नौकरी का पहला दिन, घर नहीं लौटी बेटी : मुंबई बस हादसे में कई घरों के चिराग बुझ गए
9 दिसंबर का दिन आफरीन अब्दुल सलीम की जिंदगी का सबसे खास दिन था. काफी मेहनत के बाद उसे नौकरी मिली थी और ये उसकी नौकरी का पहला दिना था. आफरीन सुबह अपने नए ऑफिस गई, इसके बाद वह शाम को ऑफिस से निकली. आफरीन अब्दुल सलीम के घरवाले अपनी बेटी का इंतजार कर रहे थे. सब जाना चाहते थे कि आखिर उसका दिन कैसा रहा. लेकिन घर लौटते समय आफरीन बस हादसे का शिकार हो गई.
घर नहीं लौटी बेटी
मुंबई के कुर्ला में कल रात बस की चपेट में आकर जिन लोगों की मौत हुई है. उनमें एक 19 वर्षीय युवती आफरीन अब्दुल सलीम भी शामिल है. जो अपने ऑफिस के पहले दिन के बाद घर लौट रही थी. अफरीन शाह ने कल ही अपनी पहली नौकरी शुरू की थी. वापस लौटते समय उसे रिक्शा नहीं मिला और उसने अपने पिता अब्दुल सलीम को फोन किया. पिता ने उसे कुर्ला स्टेशन जाने को कहा. थोड़ी देर बाद अब्दुल सलीम को एक अनजान फोन आया. जिसमें कहा गया कि आप तुरंत अस्पताल आ जाएं.
जब अफरीन काम से लौट रही थी, उसी समय 55 वर्षीय नर्स कनीस अंसारी रात की शिफ्ट के लिए अस्पताल जा रही थी, तभी यह भयानक दुर्घटना घटी और उसकी मौत हो गई. आफरीन और कनीस के अलावा, इस हादसे में जो अन्य लोग मारे गए हैं, उनके नाम अनम शेख, शिवम कश्यप, विजय गायकवाड़ और फारुक चौधरी शामिल हैं.
गौरतलब है कि सोमवार रात करीब साढ़े नौ बजे कुर्ला (पश्चिम) में एसजी बर्वे मार्ग पर हुई इस दुर्घटना में घायल हुए अन्य 49 लोगों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. बस चालक ने वाहन से नियंत्रण खो दिया जिसके बाद बस ने पैदल यात्रियों और कुछ वाहनों को टक्कर मार दी. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को इस घटना में लोगों की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की.
पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा
सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक संदेश में फडणवीस ने मुख्यमंत्री राहत कोष से प्रत्येक मृतक के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि घायलों के चिकित्सा पर खर्च को बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) और बृहन्मुंबई विद्युत आपूर्ति और परिवहन (बेस्ट) उपक्रम द्वारा वहन किया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हम इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में अपनी जान गंवाने वालों के परिवारों के साथ हैं. मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं.” उन्होंने आश्वासन दिया कि पीड़ितों और उनके परिवारों को शीघ्र सहायता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक निर्देश जारी किए गए हैं.
अधिकारियों ने बताया कि ‘बेस्ट’ उपक्रम की बस पैदल यात्रियों और वाहनों को कुचलने के बाद बुद्ध कॉलोनी नामक आवासीय सोसाइटी में घुस गई और रुक गई. सोमवार को इस हादसे में सात लोगों की मौत हो गई है. अधिकारी ने बताया कि दुर्घटना के बाद कुल 49 लोगों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया.