इजरायल का ईरान पर हमला: IDF ने कहा- ऑपरेशन पूरा, तेहरान ने अगर बढ़ाया तनाव तो दिया जाएगा जवाब
इजरायली डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने शनिवार को ईरान में कई सैन्य ठिकानों पर ‘सटीक और टारगेटेड हमले’ सफलतापूर्वक पूरा करने की घोषणा की. इसके साथ ही तेहरान को चेतावनी दी कि अगर उसने तनाव बढ़ाने की गलती की तो जवाब दिया जाएगा
आईडीएफ के अनुसार, शनिवार सुबह इजरायली वायु सेना (आईएएफ) के सहयोग से तीन चरणों में ये हमले किए गए. यह कार्रवाई 1 अक्टूबर को तेहरान बैलिस्टिक मिसाइल अटैक का जवाब थी.
⭕️ DISMANTLED: Approx. 130 ready-to-fire launchers, some of which had previously been used by Hezbollah terrorists to fire toward Israel.
Additionally, our troops located and confiscated 4 armed mobile launchers with approx. 160 ready-to-fire rockets, including the launcher that… pic.twitter.com/fpK64QRrfO
— Israel Defense Forces (@IDF) October 26, 2024
इजरायली डिफेंस फोर्सेज ने कहा, “आईडीएफ ने अपना मिशन पूरा कर लिया है. अगर ईरानी शासन ने नए सिरे से तनाव बढ़ाने की गलती की, तो हम जवाब देंगे.” साथ ही कहा कि आईएएफ के विमान ऑपरेशन से सुरक्षित वापस आ गए हैं.
आईडीएफ ने कहा, “जो लोग इजरायल को धमकी देते हैं और क्षेत्र में तनाव बढ़ाने की कोशिश करते हैं, उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. आज की कार्रवाई इजरायल राज्य और उसके नागरिकों की आक्रामक और रक्षात्मक दोनों तरह से रक्षा करने की हमारी क्षमता और प्रतिबद्धता को दर्शाती है.”
आईडीएफ ने कहा कि खुफिया जानकारी के आधार पर वायुसेना ने ईरान में उन मैन्युफैक्चरिंग साइट्स को निशाना बनाया, जहां पिछले वर्ष इजरायल पर दागी गई मिसाइलों का निर्माण किया गया था.
आईडीएफ ने कहा कि ये मिसाइलें इजरायली नागरिकों के लिए ‘प्रत्यक्ष और तत्काल खतरा’ हैं. इसके अलावा, इस अभियान में सतह से हवा में मार करने वाली ईरानी मिसाइलों को भी निशाना बनाया गया, जिसका उद्देश्य ईरानी एयर स्पेस में इजरायल की ऑपरेशनल फ्रीडम को सीमित करना था. बता दें ईरान ने अप्रैल और अक्टूबर में दो हमलों के दौरान इजरायल पर सैकड़ों मिसाइलें दागी थीं.
आईडीएफ ने ईरान पर इजरायल को निशाना बनाने और क्षेत्र को अस्थिर करने के लिए मध्य पूर्व में प्रॉक्सी के जरिए ‘आतंकवादी गतिविधियों को फंड करने और निर्देशित करने’ का आरोप लगाया.
यह हमला अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के मध्य पूर्व दौरे से लौटने के बाद हुआ. उन्होंने इजरायली अधिकारियों से संघर्ष को बढ़ाने से बचने की अपील की थी.