दरकती दीवारें, छत से टपकता पानी, बिना बिजली वाली इमारत! जान हथेली पर रख कर कैसे रह रहे मुबईकर
दरकती दीवारें, छत से टपकता पानी, बिना बिजली वाली इमारत! जान हथेली पर रख कर कैसे रह रहे मुबईकर सपनों के शहर मुंबई में गगनचुम्बी इमारतों की क़ीमतें और किराया इस क़दर आसमान छूने लगा है कि लोग “ख़तरनाक” श्रेणी या जर्जर इमारतों में भी जान जोखिम में डालकर कम किराए पर रहने या दुकान-व्यापार चलाने…