हरतालिका तीज पर फुलेरा और मंडप के बिना पूरी नहीं मानी जाती पूजा, जानिए घर पर कैसे करते हैं तैयार
Hartalika Teej Decoration: हरतालिका तीज के दिन विवाहित महिलाएं पति की दीर्घायु के लिए व्रत रखती हैं. माना जाता है कि फुलेरा तीज पर व्रत रखने से पति की उम्र लंबी होती है और वैवाहिक जीवन सुखमय बनता है सो अलग. महिलाएं इस दिन सौलह श्रृंगार करके पूजा संपन्न करती हैं. इस साल 6 सितंबर, शुक्रवार के दिन हरतालिका तीज का व्रत रखा जा रहा है. हरतालिका तीज के व्रत में मंडप और फुलेरा (Fulera) बनाना बेहद शुभ होता है और इनके बिना पूजा अधूरी मानी जाती है. यहां जानिए फुलेरा बनाने का सही तरीका क्या है और किस तरह मंडप (Mandap) को करते हैं तैयार.
हरतालिका तीज पर मंडप और फुलेरा बनाने का तरीका | Hartalika Teej Mandap And Fulera Decoration
हरतालिका तीज पर फूल, पत्ते, जड़ी-बूटियों और बांस आदि का इस्तेमाल करके मंडप तैयार किया जाता है. मंडप बनाते हुए खासतौर से 5 तरह के ताजे फूलों का इस्तेमाल किया जाता है जो भगवान भोलेनाथ (Lord Shiva) की पांच पुत्रियों विषहरा, जया, शामिलबारी, देव और दोतलि का प्रतीक मानी जाती हैं. फुलेरा को पूजा करते हुए शिवलिंग के ऊपर बांधने का रिवाज होता है. फलेरा बाजार में भी मिलता है लेकिन इसे घर पर तैयार करने की विशेष मान्यता होती है. फुलेरा बनाने के लिए रंग-बिरंगे पांच तरह के फूल, आम के पत्ते, मोटा धागा, छेद वाली डलिया और सूईं ले लें. इन फूलों को सूईं-धागे की मदद से एक लड़ी में तोरण तैयार किए जाते हैं. इस तोरण को डलिया पर लगाएं. डलिया के कुछ हिस्सों को फूलों से सजा दें जिससे फुलेरा बनकर तैयार हो जाए.
मंडप तैयार करने के लिए केले के पत्तों और फूलों की जरूरत होती है. इस मंडप में ही भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा (Hartalika Teej Puja) की जाती है. लकड़ी की चौकी लें और उसे पूजा के स्थान पर रखें. इस चौकी के चारों पायों पर बांस की लकड़ी को बांध दें. इसके बाद केले के पत्ते चौकी के पायों पर बांधें और फुलेरा से कवर करते हुए मंडप की छत बना लें. इस मंडप में चौकी के ऊपर लाल कपड़ा बिछाकर शिव-गौरी की मूर्ति स्थापित करें. इस तरह आसानी से हरतालिका तीज पर फुलेरा और मंडप तैयार किया जाता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)