रेटिंग एजेंसी CAREEDGE ने अदाणी पोर्ट्स की सब्सिडियरी गोपालपुर पोर्ट्स की रेटिंग BBB (RWP) से बढ़ाकर सीधे AA कर दी है, साथ ही आउटलुक भी स्टेबल रखा है. मतलब रेटिंग में 6 पायदान का सुधार हुआ है. इस साल 24 मार्च को ही अदाणी पोर्ट्स ने गोपालपुर पोर्ट के अधिग्रहण के लिए करार किया था.
केयरएज ने कहा है कि ये अपग्रेड अदाणी पोर्ट्स (APSEZ) की कार्यकुशलता को भी दर्शाता है, जिसने पोर्ट संचालन में बदलाव का ट्रैक रिकॉर्ड स्थापित किया है. इस रिपोर्ट में धामरा पोर्ट का उदाहरण दिया गया है, जिसका सफलतापूर्वक कायकल्प किया गया है. एजेंसी ने अदाणी पोर्ट्स के स्वामित्व के तहत GPL के ऑपरेशन और कार्गो हैंडलिंग में सुधार की ओर भी इशारा किया.
केयरएज ने आगे कहा कि अदाणी पोर्ट्स द्वारा GPL में पैसा लगाकर (कंपनी की कैपिटल मैनेजमेंट फिलॉसफी के मुताबिक ही) 64% एक्सटर्नल डेट का प्री-पेमेंट कर दिया गया है.जिससे कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत हुई है.
अदाणी पोर्ट्स भारत की सबसे बड़ी पोर्ट डेवलपर और ऑपरेटर
केयरएज के मुताबिक अदाणी पोर्ट्स देश में 27% समुद्री कार्गो का प्रबंधन करता है, कंपनी के पास 10 पोर्ट्स और 3 टर्मिनल हैं. बता दें अदाणी पोर्ट्स भारत की सबसे बड़ी पोर्ट डेवलपर और ऑपरेटर है.
2006 में स्थापित किया गया था गोपालपुर पोर्ट्स (GPL)
शापूरजी पालोनजी ग्रुप ने GPL को जुलाई 2006 में स्थापित किया गया था. इस पोर्ट की स्पेशियलिटी अलग-अलग तरह के ड्राई बल्क और ब्रेक बल्क कार्गो को मैनेज करने की है. वित्त वर्ष 2022-23 में पोर्ट ने 7.4 मिलियन मीट्रिक टन कार्गो हैंडल किया और इसकी आय 373 करोड़ रुपये रही थी. इस वित्त वर्ष में भी गोपालपुर पोर्ट से 11.3 MMT कार्गो हैंडलिंग की उम्मीद है और इससे 39% की सालाना ग्रोथ के साथ 520 करोड़ रुपये की आय की उम्मीद है.