इस सिंपल-सी डाइट को फॉलो करके सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर सृष्टि दीक्षित ने घटा लिया कई किलो अपना वजन, ये रहा उनका डेली रूटीन
Weight Loss Transformation: सुस्त जीवनशैली और खानपान की गलत आदतों की वजह से इन दिनों मोटापा (Obesity) एक समस्या बन चुका है. हर उम्र के लोग इस समस्या से ग्रसित हैं लेकिन हमारे बीच कई ऐसे उदाहरण भी मौजूद हैं जिसमें फिटनेस (Fitness) को तरजीह देते हुए लोगों ने खुद को एक्सरसाइज और डाइट के जरिए ट्रांसफॉर्म किया है. इन दिनों सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर सृष्टि दीक्षित (Shrishti Dixit) को भी उनकी ट्रांसफॉर्मेशन की वजह से खूब चर्चा मिल रही है. खास बात यह है कि सृष्टि ने बिना किसी कठिन डाइट और एक्सरसाइज के ही प्राप्त किया है. उन्होंने स्ट्रिक्ट डाइट फॉलो करने की जगह अपने डाइट को संतुलित करने को तरजीह दिया. उनकी ट्रांसफॉर्मेशन जर्नी से प्रेरणा लेते हुए आप भी यहां बताए गए तरीकों के जरिए वजन घटा सकते हैं.
डाइटिंग नहीं बैलेंसिंग पर दें ध्यान
वेट लॉस जर्नी का मतलब यह नहीं है कि आप एकदम स्ट्रिक्ट डाइट फॉलो करना शुरू कर दें. इसके बजाय अपने रोज के खानपान को लेकर सजग होना है. डाइट को लेकर बहुत ज्यादा सख्ती बरतने की वजह से आपको कई बार यह उबाऊ या बहुत मुश्किल लग सकता है. वजन कम करने में समय लगता है और ज्यादा स्ट्रिक्ट डाइट आपके लिए चुनौती पूर्ण साबित हो सकता है. इसीलिए सबसे ज्यादा जरूरी है डाइट को बैलेंस करना. प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और मिनिरल्स से भरपूर खाद्य पदार्थों को अपनी रेगुलर डाइट का हिस्सा बनाएं. अगर आप एक दिन में तीन बार डिजर्ट खाते हैं तो इसे हफ्ते में एक बार तक सीमित करने की कोशिश करें. इसी तरह बाजार के जंक फूड की जगह कम तेल-मसाले में बना घर का खाना खाएं, सही समय पर सोएं और जागने की आदत डालें.
एक्सरसाइज है जरूरी
पहले के जमाने में लोग ज्यादातर काम खुद से करते थे और फिजिकली काफी एक्टिव रहते थे. वहीं अब किचन से लेकर बाहर तक के ज्यादातर काम मशीन या ऐसे टूल्स के जरिए की जाती है जिसमें फिजिकल स्तर पर व्यक्ति का योगदान काफी कम होता है. इस वजह से एक्सरसाइज के जरिए फिटनेस के कॉन्सेप्ट को पहले की तुलना में अब ज्यादा तवज्जोह मिल रही है. बदलते खानपान और सुस्त जीवनशैली की वजह से मोटापा एक आम समस्या बन कर उभर रहा है. हर कोई वजन घटाने की कोशिशों में लगा हुआ है.
वेट लॉस के लिए सही खानपान के साथ-साथ रेगुलर एक्सरसाइज भी जरूरी है. हफ्ते में चार से पांच दिन एक्सरसाइज जरूर करें. एक्सरसाइज का मतलब ये नहीं है कि आपको रोज जिम जाना है बल्कि आप इसे मजेदार तरीके से भी पूरा कर सकते हैं. हफ्ते में सिर्फ चार दिन एक्सरसाइज और बाकि के दिन वॉक कर के या टेनिस जैसा कोई स्पोर्ट खेल कर भी आप खुद को फिट रख सकते हैं.
खुद को दें प्राथमिकता
इन दिनों फिजिकल फिटनेस के साथ-साथ बॉडी पॉजिटिविटी मूवमेंट को काफी तरजीह दी जाती है. ऐसे में दुनिया की सुनने की जगह खुद पर फोकस करना ज्यादा जरूरी है. आप से बेहतर आपके शरीर की जरूरतों के बारे में कोई दूसरा नहीं जान सकता है. मोटापा के केस में खुद को कई दूसरी बीमारियों के खतरे से बचाने के लिए वजन घटाना जरूरी है. लेकिन स्लिम बॉडी से ज्यादा हेल्दी बॉडी की चाहत रखना आपके लिए फायदेमंद होगा. फिट और स्लिम दिखने के साथ-साथ फिजिकल लेवल पर वैसा महसूस करना भी जरूरी है. इसीलिए सिर्फ मोटापा घटाने के लिए जिम नहीं जाएं बल्कि मसल बिल्डिंग और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग को भी महत्व दें.
सकारात्मक रवैया
वेट लॉस जर्नी के दौरान अपना रवैया सकारात्मक रखिए और लगातार कोशिश करते रहिए. वजन कम करना एक मुश्किल और समय लेने वाला काम है इसीलिए धैर्य बनाए रखें. खुद को कभी भी कमतर न समझें या लुक्स के आधार पर जज न करें. याद रखें कि यह जर्नी खुद को फिट बनाने के लिए आपने शुरू किया है जिसका रास्ता काफी लंबा है. इस रास्ते पर चलते हुए अपनी हिम्मत बनाए रखें, निरंतर चलते रहने से आप अपनी मंजिल तक जरूर पहुंचेंगे. सकारात्मक रवैया से न सिर्फ मंजिल तक पहुंचना आसान लगेगा बल्कि सफर भी खुशनुमा रहेगा.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.