अदाणी समूह पर सवाल उठाने वालों को अबू धाबी की IHC ने दिया जवाब, निवेश पर नहीं बदली राय
अबू धाबी के इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी (आईएचसी) ने अरबपति गौतम अदाणी के अमेरिकी अभियोग के बाद जो कहा है उससे अदाणी समूह के तमाम आलोचकों को जवाब मिल गया है. आईएचसी का भारत के अदाणी समूह में निवेश पर दृष्टिकोण अपरिवर्तित बना हुआ है. आईएचसी ने एक बयान में कहा, “अदाणी समूह के साथ हमारी साझेदारी हरित ऊर्जा और सस्टेंनेबिलिटी सेक्टर में उनके योगदान में हमारे विश्वास को दर्शाती है.” “हमारे सभी निवेशों की तरह, हमारी टीम जरूरी जानकारी और विकास का मूल्यांकन करती रहती है. इस समय, इन निवेशों पर हमारा दृष्टिकोण अपरिवर्तित है.” कंपनी ने साफ कहा है कि वर्तमान आईएचसी की नजर में अदाणी को लेकर उनके दृष्टिकोण में कोई बदलाव नहीं हुआ है.
पिछले हफ्ते अमेरिकी अधिकारियों ने अदाणी, उनके भतीजे और कार्यकारी निदेशक सागर अदाणी और अदाणी ग्रीन के प्रबंध निदेशक विनीत एस. जैन पर कुछ आरोप लगाए हैं. अदाणी समूह की ओर कई जगह छपी खबरों को गलत बताया गया है.
अमेरिका में लगे आरोपों पर बंदरगाहों से लेकर बिजली उत्पादन से जुड़े अदाणी समूह ने आरोपों को “निराधार” बताया और “हर संभव कानूनी सहारा” लेने की बात कही है.
IHC का अदाणी में निवेश
पिछले साल अक्टूबर में IHC ने दो अन्य अदाणी कंपनियों में अपना निवेश बेचने के बाद अदानी एंटरप्राइजेज में अपनी हिस्सेदारी 5% से अधिक बढ़ा दी थी. उस समय IHC ने कहा था कि समूह की फ्लैगशिप कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज भारत की मजबूत विकास यात्रा के मौके का फायदा उठाने के लिए तैयार है.
गौरतलब है कि निवेश में वृद्धि शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा पिछले साल जनवरी में अदाणी समूह पर स्टॉक में हेराफेरी और काफी ऊंचे ऋण स्तर का आरोप लगाने के बाद की गई थी. अदाणी समूह ने उन आरोपों से इनकार किया था.
अदाणी के साथ नए प्रोजेक्ट पर काम
अदाणी और आईएचसी की सहायक कंपनी ने पिछले साल भारतीय अर्थव्यवस्था के डिजिटलीकरण पर काम करने के लिए एक प्रौद्योगिकी संयुक्त उद्यम का गठन किया थ. इसमें एआई और एंटरप्राइज ब्लॉकचेन उत्पादों का उपयोग करने के लिए काम किया जा रहा है.