MCD वार्ड और स्टैंडिंग कमेटी चुनाव के नतीजे LIVE : साउथ जोन से AAP के प्रेम चौहान जीते, अब तक 8 सीटों पर AAP और 6 पर बीजेपी को मिली जीत
दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की वार्ड समिति और स्टैडिंग कमिटी के बुधवार सुबह हुए चुनाव के नतीजे आने लगे हैं. दिल्ली के पार्षदों ने 12 क्षेत्रीय स्तर की वार्ड समितियों में से 10 के लिए एक अध्यक्ष और उपाध्यक्ष तथा एमसीडी की सबसे बड़ी निर्णय लेने वाली संस्था स्थायी समिति में एक-एक सदस्य को चुनने के लिए वोटिंग की. नगर पुलिस अधीक्षक और केशव पुरम, दो जोन में वार्ड समितियों के गठन के लिए चुनाव नहीं हुए हैं, क्योंकि बीजेपी और आप ने नामांकन नहीं किया है. वेस्ट जोन में स्टैंडिंग कमेटी सदस्य के लिए AAP उम्मीदवार परवीन कुमार ने जीत दर्ज की. इसी सीट से BJP उम्मीदवार ने अपना नाम वापिस ले लिया था.
नजफगढ़ जोन में स्टैंडिंग कमेटी सदस्य के तौर पर बीजेपी उम्मीदवार इंदरजीत सहरावत को जीत मिली है. वहीं, शाहदरा साउथ जोन में स्टैंडिंग कमेटी सदस्य के लिए बीजेपी उम्मीदवार नीमा भगत ने जीत दर्ज की. करोल बाग जोन से आम आदमी पार्टी के अंकुश नारंग स्टैंडिंग कमेटी के लिए चुने गए, उनका चुनाव निर्विरोध हुआ है. वहीं, सिटी एसपी जोन से भी आम आदमी पार्टी के पुनरदीप सिंह को स्टैंडिंग कमेटी के लिए निर्विरोध चुन लिया गया है. स्टैंडिंग कमेटी के कुल 18 सीटों में से 12 सीटों का परिणाम आया है. इनमें से 7 सीटें आम आदमी पार्टी ने जीती हैं जबकि बीजेपी के खाते में पांच सीटें गई हैं. वार्ड समिति की चुनाव बीजेपी और AAP के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ है, जानिए कहां से कौन जीत रहा है…
साउथ जोन में AAP के प्रेम चौहान जीते
साउथ जोन में आम आदमी पार्टी उम्मीदवार प्रेम चौहान स्टैंडिंग कमेटी सदस्य का चुनाव जीत गए हैं. इस जोन के चुनाव की खास बात यह रही कि जोन अध्यक्ष पद पर पर्याप्त संख्या होने के बावजूद AAP ने BJP से टाई किया. यानी आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने क्रॉस वोटिंग करके बीजेपी को वोट दे दिया. हालांकि, लकी ड्रॉ निकाल कर फैसला हुआ तो आम आदमी पार्टी उम्मीदवार विजय घोषित किए गए. डिप्टी चेयरमैन पद पर कांग्रेस का समर्थन भी आम आदमी पार्टी को मिल गया और कोई क्रॉस वोटिंग नहीं हुई. लेकिन स्टैंडिंग कमेटी सदस्य में आम आदमी पार्टी को तय संख्या से कम वोट मिले और भाजपा अपनी संख्या से 2 पार्षद ज़्यादा ले आई. लेकिन कुल मिलाकर इस जोन में तीनों सेट आम आदमी पार्टी ने जीत लिए इसलिए नुकसान की भरपाई हो गई.
बीजेपी को 6 सीटों पर मिली है जीत
अभी तक आए परिणाम के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कुल 5 सीटों पर जीत हासिल हुई है. वहीं, छह सीटों पर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार ने अपना परचम लहराया है. ये चुनाव आम आदमी पार्टी के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी के लिए भई बेहद खास है.
चुनाव को लेकर कोर्ट नहीं जाएगी आम आदमी पार्टी
जानकारी के मुताबिक एमसीडी के बुधवार को हो रहे चुनाव के खिलाफ आम आदमी पार्टी अदालत नहीं जाएगी. एमसीडी के डिप्टी मेयर आले मोहम्मद इकबाल ने एनडीटीवी से कहा, हम बिल्कुल कोर्ट नहीं जा रहे हैं. हम चुनाव में हिस्सा ले रहे हैं और हमें पूरी उम्मीद है कि हम ये चुनाव जीतेंगे भी. हमें किसी तरह का डर नहीं है लेकिन अगर मेयर के पास पार्षद अपनी चिंता लेकर आएंगे कि वो उपलब्ध नहीं हैं तो ऐसे में चुनाव को राका जाए तो मेयर का यह अधिकार है कि वह हफ्ते भर के लिए चुनाव टालने के लिए कह सकता है.
करोल बाग से AAP निर्विरोध जीती
बता दें, करोल बाग ज़ोन से आम आदमी पार्टी के अंकुश नारंग निर्विरोध स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य घोषित हुए. सिटी एसपी ज़ोन से आम आदमी पार्टी के पुनरदीप सिंह साहनी भी निर्विरोध स्टैंडिंग कमेटी मेंबर घोषित हुए. अभी तक स्टैंडिंग कमेटी के 18 में से 7 सीटों के रुझान आए हैं. इन रुझानों में आम आदमी पार्टी 5 सीटों पर और बीजेपी 2 सीटों पर आगे है.
दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के वार्ड समिति के चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आम आदमी पार्टी (आप) के कार्यकर्ताओं के बीच टकराव की आशंका के मद्देनजर अधिकारियों ने यहां सिविक सेंटर में और उसके आस-पास सुरक्षा कड़ी कर दी है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस के कर्मियों के साथ अर्द्धसैनिक बलों की एक टुकड़ी को मध्य दिल्ली में स्थित सिविक सेंटर में और उसके आस-पास तैनात किया गया है.
MCD की स्टैंडिंग कमेटी कितनी पावरफुल है
MCD में मौजूद स्टैंडिंग कमेटी सही मायनों में प्रभावी तरीके से कॉर्पोरेशन का कामकाज और प्रबंधन करती है. जैसे, यही स्थायी समिति प्रोजेक्ट्स को वित्तीय मंजूरी देती है. नीतियों को लागू करने से पहले चर्चा, उसे अंतिम रूप देने में भी स्थायी समिति की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. इसे आप ऐसे भी समझ सकते हैं कि एमसीडी के अंदर यह सभी तरह के बड़े फैसले लेने वाला समूह होता है. स्टैंडिंग कमेटी में कुल 18 सदस्य होते हैं.
आखिर ये वार्ड कमेटियां होती क्या हैं ?
MCD के तहत अगर वार्ड कमेटियों की भूमिका की बात की जाए तो ये क्षेत्र स्तर पर समस्याओं के निपटारे औऱ नीतियों को बनाने का काम करती हैं. निगम को कुल 12 क्षेत्रीय वार्ड कमेटियों में विभाजित किया गया है. इसमें पार्षद अपने वार्ड की समस्याओं को उठाते हैं. हर 15 दिनों पर वार्ड कमेटियों की बैठक होती है. निगम में वार्ड कमेटी का चुनाव जीतना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि इस चुनाव को जीतने के बाद कोई भी दल जो सत्ता में हो वो क्षेत्रीय स्तर पर उन नीतियों को लागू करा सकती है, जो फैसले मुख्यालय स्तर पर लिए जाते हैं.
फैक्ट्स
- दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की दिल्ली वार्ड समिति के लिए चुनाव बुधवार सुबह एजेंसी के मुख्यालय में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हुए
- 2022 में एमसीडी के एकीकरण के बाद यह पहला चुनाव है. काफी समय से लंबित था.
- सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच राजनीतिक गतिरोध के कारण चुनाव नहीं हो सका और मामला अदालत में विचाराधीन था.
- दोनों पार्टियों में टकराव की आशंका के मद्देनजर पुलिस ने मध्य दिल्ली में स्थित सिविक सेंटर में और उसके आस-पास सुरक्षा इंतजाम किए .
- एमसीडी के सभी जोन के दो क्लस्टर में एकसाथ मतदान हुआ, जबकि पांच जोन में पार्षदों ने एकसाथ मतदान किया, वहीं बाकी जोन में अलग अलग वोटिंग हुई.
- एमसीडी के रोहिणी जोन, नजफगढ़ जोन, पश्चिम जोन, दक्षिण जोन और मध्य जोन में मतदान सुबह 10 बजे से शाम चार बजे के बीच हंसराज गुप्त ऑडिटोरियम में एजेंसी के मुख्यालय के प्रथम तल पर हुआ.
- शेष पांच जोन – करोल बाग, शाहदरा दक्षिण, शाहदरा उत्तर, सिविल लाइंस और नरेला में सत्य नारायण बंसल ऑडिटोरियम में दूसरे मंजिल पर इसी समय में मतदान हुआ
- दिल्ली नगर निगम विनियम, 1958 के अनुपालन में गुप्त मतदान के जरिए चुनाव हुआ.