संसद में आंख से आंख मिलाकर जनता के मुद्दों पर सवाल पूछेंगी प्रियंका गांधी : रॉबर्ट वाड्रा
वायनाड लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने 4 लाख से ज्यादा वोटों की बढ़त बनाई हुई हैं. प्रियंका गांधी के सामने भाजपा और अन्य दल के प्रत्याशी लाखों वोट से पिछड़ते नजर आ रहे हैं. प्रियंका गांधी ऐतिहासिक जीत की ओर बढ़ रही हैं. आईएएनएस से प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा ने शनिवार को खास बातचीत की. उन्होंने वायनाड लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की स्थिति, दिल्ली विधानसभा चुनाव सहित अन्य मुद्दों पर प्रतिक्रिया दी है.
सवाल : वायनाड लोकसभा सीट पर प्रियंका गांधी ने बड़ी जीत दर्ज की है, आप क्या कहेंगे.
जवाब: मैं बहुत खुश हूं कि वायनाड की जनता ने प्रियंका गांधी को जिताने का इरादा बनाया और वह पूरा हो गया. मैं कहना चाहता हूं कि प्रियंका गांधी ने पूरे देश में मेहनत की है. भाजपा ने उन पर कई आरोप भी लगाए. लेकिन वह मजबूत बनी रहीं. यह सब जनता ने देखा है और वायनाड में वह एक बड़ी जीत हासिल की है.
सवाल: प्रियंका गांधी ने वायनाड लोकसभा सीट पर नामांकन के दौरान कहा था कि यह चुनाव जनता द्वारा लड़ा जा रहा है.
जवाब : लोगों के बीच में रहने का मेरे पास अनुभव है. मैंने देखा है कि वायनाड के लोगों के मन में प्रियंका के लिए बेहद प्यार है. यहां की जनता ने उनकी मेहनत को समझा है. वोटों की गिनती पूरी होने के बाद मुझे भरोसा है कि प्रियंका एक ऐतिहासिक जीत हासिल करेंगी. प्रियंका गांधी वायनाड की जनता की समस्याओं का समाधान निकालेंगी और संसद में उनके मुददे उठाएंगी.
सवाल : पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से प्रियंका गांधी की तुलना की जाती है.
जवाब : प्रियंका गांधी ने अपनी दादी से बहुत कुछ सीखा है. उन्होंने अपनी मां सोनिया गांधी, भाई राहुल गांधी से भी सीखा है. वह दिखने में भले ही इंदिरा गांधी जैसी लगती हैं. लेकिन, उस समय की राजनीति अलग थी. आज की राजनीति अलग है. प्रियंका काफी मेहनती और निडर हैं. लोगों की समस्याओं को मेहनत कर सुलझाने का प्रयास करती हैं.
सवाल: महाराष्ट्र में कांग्रेस का प्रदर्शन ठीक नहीं रहा, क्या वजह रही होगी.
जवाब : मैं इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं बोल पाऊंगा. लेकिन मैं समझता हूं कि जनता ने जो फैसला किया है, हमें उसका सम्मान करना चाहिए. कांग्रेस के नेताओं को जमीनी स्तर पर यह समझना होगा कि जनता की अपेक्षाएं क्या थीं और ऐसा क्या नहीं हुआ, जिसके चलते ऐसा परिणाम आया. हरियाणा में सभी को लगा था कि परिणाम कांग्रेस के पक्ष में आएंगे. लेकिन, कांग्रेस के पक्ष में फैसला नहीं आया, जो काफी हैरान करने वाला था. महाराष्ट्र के परिणाम को लेकर भी लोग हैरान हैं.
सवाल : महाराष्ट्र में टिकट बंटवारे पर राहुल गांधी नाराज थे. अगर राहुल गांधी की सुनते तो परिणाम कुछ अलग हो सकते थे.
जवाब: बिल्कुल सही बात है. परिणाम कुछ और हो सकते थे. राहुल गांधी हमेशा प्रदेश और वहां के लोगों के बारे में सोचते हैं. उनकी सोच थी कि विधानसभा चुनाव में गलत तरीके से टिकट का बंटवारा हुआ है. जिन्हें टिकट बांटने का काम दिया था, उन्हें ध्यान देने की जरूरत है. जो भी परिणाम आए हैं, उसे लेकर पार्टी लेवल पर बात होगी कि महाराष्ट्र में कांग्रेस को कैसे मजबूत किया जाए.
सवाल : प्रियंका गांधी संसद पहुंच रही हैं, आप कब आ रहे हैं.
जवाब : अभी प्रियंका गांधी का समय है. वह संसद में जाएंगी. किस तरह से वह वायनाड की जनता के मुद्दों और उनकी समस्याओं को रखेंगी, अभी हम लोग इसी पर फोकस हैं. परिवार के अनुसार और अगर जनता चाहेगी तो मैं सक्रिय राजनीति में आऊंगा.
सवाल : दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को क्या सलाह देंगे, आपको जिम्मेदारी मिलती है तो क्या आप उस पर खरे उतरेंगे.
जवाब : कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को जनता के बीच जाने की जरूरत है, जनता के मुद्दों को समझने की जरूरत है, तभी हम उनका समाधान निकाल सकते हैं. पार्टी को जहां भी मेरी जरूरत होगी, मुझे जो भी काम दिया जाएगा, मैं उसे भलीभांति पूरा करूंगा.
सवाल : गांधी परिवार के तीन सदस्य अब संसद में होंगे. क्या स्थिति बदलेगी.
जवाब : बिल्कुल स्थिति बदलेगी. लोगों की मांग थी कि प्रियंका गांधी संसद में लोगों की समस्याओं को रखें. भाजपा जिन मुद्दों को नहीं उठाएगी, उन मुद्दों को प्रियंका संसद पटल पर रखने का काम करेंगी. प्रियंका सदन में नेताओं के आंख में आंख मिलाकर जनता की समस्याओं को रखेंगी. प्रियंका के होने से राहुल गांधी और पूरी कांग्रेस पार्टी को मजबूती मिलेगी.