इंडियन नेशनल लोकदल (Indian National Lok Dal) के महासचिव और हरियाणा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे अभय सिंह चौटाला (Abhay Singh Chautala) ने हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Elections 2024) से पहले एनडीटीवी के साथ खास बातचीत में कहा कि हम क्षेत्रीय पार्टी नहीं बल्कि ओरिजनल पार्टी हैं. साथ ही उन्होंने कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को लेकर कहा कि अगर हुड्डा विरोध नहीं करते तो हम इंडिया गठबंधन में होते. साथ ही चौटाला भाजपा और जेजेपी पर भी जमकर बरसे और कहा कि इन लोगों ने प्रदेश के लोगों के साथ विश्वासघात किया है.
उन्होंने कहा, “यदि हुड्डा विरोध नहीं करते तो हम इंडिया गठबंधन में होते. इससे विपक्ष और मजबूत होता, लेकिन हुड्डा ने ही हमें दरकिनार कर दिया. नीतीश कुमार को भी कांग्रेस से अलग किया गया.” साथ ही कहा कि भाजपा को हरियाणा में कहीं से ताकत मिलेगी तो वह हुड्डा की वजह से मिलेगी. बीजेपी जिंदा है तो हुड्डा की वजह से जिंदा है. उन्होंने कहा कि जिस दिन कांग्रेस में टिकटों की लिस्ट आएगी, उस दिन पार्टी में बगावत होगी. बीजेपी को किस तरह से सत्ता में रखा जाए यह हुड्डा का प्लान है.
वोट कटवा पार्टी के आरोप पर चौटाला ने कहा, “हम लोग वोट कटवा पार्टी नहीं है. कांग्रेस हमसे डरी हुई है. वह गलत प्रचार कर रही है.” दरअसल हरियाणा चुनाव में लोकदल और बीएसपी का गठबंधन हुआ है. इसे लेकर हुड्डा ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि वोट काटने वालों के लिए कोई जगह नहीं है.
चौटाला ने कहा कि लोकसभा चुनाव अलग मुद्दों पर हुआ था और विधानसभा चुनाव अलग मुद्दों पर होगा. अब लोग तुलना करेंगे कि जो लोग सत्ता में रहे हैं, उन्होंने कैसा काम किया है. हम लोग जब सत्ता में रहे तो जो कहा वह किया.
साथ ही कहा, “हम क्षेत्रीय पार्टी नहीं है बल्कि ओरिजिनल पार्टी है जैसे ममता जी की पार्टी है, लालू जी की पार्टी है. यह देश के लोगों के लिए काम करती है और प्रदेश के लोगों के हित में काम करती है.”
बीजेपी-जेजेपी पर भी बरसे चौटाला
इस दौरान भाजपा और जेजेपी पर बरसते हुए चौटाला ने कहा कि 2014 में जब हमारी 19 सीट थी तो प्रदेश में हालात ऐसे हो गए थे कि हमारी सरकार बनती, लेकिन प्रदेश में बीजेपी ने षड्यंत्र किया और हमारी पार्टी को तोड़ा. हमारे परिवार में भी कुछ स्वार्थी थे, जिन्होंने जल्दी सत्ता में आने के लिए इस तरह प्रचार किया कि उन्हें घर से निकाल दिया गया और कुछ नहीं दिया गया. लोगों ने यह मान लिया कि उनके साथ गलत हुआ है और इसीलिए जेजीपी को 14 फीसदी वोट मिले.
उन्होंने कहा कि अब तो जेजेपी को एक भी सीट नहीं आएगी. इन लोगों ने प्रदेश के लोगों के साथ विश्वासघात किया है. पहले कहा कि हम बीजेपी को सत्ता से बाहर करेंगे, लेकिन बाद में जाकर बीजेपी की ही गोद में बैठ गए. उन्होंने कहा कि जिन लोगों के साथ विश्वासघात हुआ है, वह बहुत दिन तक बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं.
लोगों का हमारे प्रति विश्वास बढ़ा : चौटाला
उन्होंने जेजेपी पर बरसते हुए कहा कि चौधरी देवीलाल के नीतियों को गिरवी रख दिया गया. चौधरी देवीलाल बीजेपी को सत्ता से बाहर करना चाहते थे, इन लोगों ने उस भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई. उन्होंने कहा कि आज जेजीपी किसी से गठबंधन कर ले, उन्हें एक फीसदी भी वोट नहीं मिलेगा. मैं लगातार लोगों के बीच जा रहा हूं. मैंने परिवर्तन यात्रा की, कई किलोमीटर पैदल चलता हूं. हमारा जो वोट गया था, अब वह हमारे पास आ गया है. लोगों का विश्वास हमारे प्रति बढ़ा है.
जेजेपी को लेकर चौटाला काफी नाराज दिखे. उन्होंने कहा कि इन विधानसभा चुनावों में जेजेपी को एक भी सीट नहीं मिलेगी, यह पार्टी खत्म हो जाएगी. परिवार के चार सदस्य रह जाएंगे. साथ ही कहा कि जो अपने पिता की पीठ में छुरा घोप सकता है. दादा के साथ गद्दारी कर सकते हैं, उनका किसी के साथ क्या सरोकार है.
सरकार बनाने का किया दावा
चौटाला ने हरियाणा में बीएसपी और इनेलो गठबंधन की सरकार बनाने का दावा करते हुए कहा कि 15 से 20 सीटें हर हालत में आएगी. साथ ही कांग्रेस और बीजेपी को लेकर कहा कि यह दोनों पार्टियां हमारे पीछे रहेंगी. इनके पास बहुमत नहीं होगा, फैसला हम करेंगे. उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकार हमारी बनेगी और अभय सिंह चौटाला मुख्यमंत्री होंगे.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी के लोग सब्जबाग दिखाते हैं, हम ऐसा नहीं करेंगे. चौधरी देवीलाल जब सत्ता में आए थे तो जो वादे किए थे उन्हें पूरा किया.
हम किसानों के साथ खड़े रहे : चौटाला
उन्होंने कहा कि हम किसान के साथ हमेशा खड़े रहे हैं. किसानों के लिए ही विधानसभा सीट छोड़ी. इससे आंदोलन को ताकत मिली. विधानसभा सीट से इस्तीफा देना कुछ छोटा काम नहीं है. किसी ने भी इस्तीफा नहीं दिया. किसी ने अपना वादा पूरा किया और अपनी राजनीति दांव पर लगाई तो उसका नाम अभय सिंह चौटाला है.
उन्होंने कहा कि हम सरकारी खजाने का सदुपयोग करेंगे और भ्रष्टाचार को खत्म कर देंगे. उन्होंने कहा कि जो कहा है, उसे पूरा करेंगे. मैंने कभी भी पीठ नहीं दिखाई है.
इस दौरान उन्होंने अपनी चुनावी घोषणाएं गिनाते हुए सत्ता में आने पर 7500 रुपये महीना पेंशन, हर घर से एक बच्चे को रोजगार, 2 लाख खाली पड़े पदों पर बच्चों को पक्की नौकरी देने और 21 हजार रुपये बेरोजगारी भत्ता देने का भी ऐलान किया है.