कांग्रेस खटाखट करती रही, हमने पटापट पैसे डाल दिए: एकनाथ शिंदे ने की महाराष्ट्र में महायुति की जीत की भविष्यवाणी
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने एक बार फिर से फ्रीबिज को लेकर कांग्रेस (Congress) और महा विकास अघाड़ी (Maha Vikas Aghadi) गठबंधन पर निशाना साधा है. एकनाथ शिंदे ने बुधवार को कहा- “कुछ लोग खटाखट खटाखट करते रह गए, लेकिन उन्होंने एक भी रुपया नहीं दिया. लेकिन हमारी सरकार पटापट पटापट पैसे डालती है.” शिंदे ने इसके साथ ही महाराष्ट्र में फिर से महायुति (Mahayuti) की सरकार बनने की भविष्यवाणी की है.
NDTV के साथ खास इंटरव्यू में एकनाथ शिंदे ने कांग्रेस के चुनावी वादों, गारंटियों, महा विकास अघाड़ी के काम के तरीकों पर खुलकर अपनी राय रखी. ‘लाड़ली बहना’ योजना के बारे में पूछे गए एक सवाल पर शिंदे ने कहा, “मेरी ‘लाड़ली बहना’ से पूछिए कि क्या उन्हें 1500 रुपये से फायदा हो रहा है. मैं एक गरीब किसान परिवार से हूं. मैंने गरीबी देखी है. मैं सोचता था कि जब भी सत्ता मिलेगी, माताओं- बहनों और किसानों के लिए कुछ करूंगा.”
एकनाथ शिंदे ने कहा, “हमारी सरकार लोगों के लिए काम करती है. पिछली सरकारें अपने लिए काम करती थीं. पिछली सरकारें सिर्फ अपनी संपत्ति बनाती थीं. कुछ लोगों ने ‘खटा-खट, खटा-खट’ करके लोगों को एक भी रुपया नहीं दिया. वहीं, महाराष्ट्र सरकार लोगों के खातों में ‘पटा-पट, पटा-पट’ पैसा डालती है.”
बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने कहा था कि उनकी सरकार केंद्र में आई, तो गरीब महिलाओं को हर महीने खटाखट खटाखट 8500 रुपए दिए जाएंगे. जबकि हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा था कि हमें वो वादे करने चाहिए, जो पूरे किए जा सके. शिंदे ने इन्हीं बयानों को लेकर कांग्रेस पर तंज कसे हैं.
महाराष्ट्र की जनता महायुति के साथ
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को विधानसभा के चुनाव हैं. राज्य में किस तरह का माहौल दिख रहा है? इस सवाल के जवाब में एकनाथ शिंदे कहते हैं, “माहौल तो महायुति के पक्ष में है. सब लोग बस वोटिंग का इंतजार कर रहे हैं. महायुति को लेकर मतदाताओं में जोश है. इस बार के चुनाव में एक अलग भावना है, क्योंकि जनता फिर से महायुति की सरकार चाहती है.”
CM शिंदे ने कहा, “महाविकास अघाड़ी ने सारे काम बंद कर दिए थे. सभी कामों में स्पीड ब्रेकर लगा दिया था. सारे प्रोजेक्ट बंद थे. लेकिन, हमने कल्याणकारी योजनाएं शुरू कीं. ‘मुख्यमंत्री लाड़ली बहन योजना’, ‘बेटी मुख्यमंत्री लखपति’, लड़कियों को मुफ्त उच्च शिक्षा, 3 मुफ्त गैस सिलेंडर, किसानों का कर्ज माफ करना… लिस्ट लंबी है. हमारी महायुति की सरकार ने ढाई साल में जो काम किए हैं, वो काम आज तक किसी सरकार ने नहीं किए. इसलिए लोग हमें चाहते हैं.”
पूरे बहुमत से जीतेगी महायुति
शिंदे कहते हैं, “लोगों में ‘लाड़ली बहना योजना’ को लेकर एक फीलिंग है. इन लोगों ने इस योजना को बंद कराने की कोशिश की. कोर्ट भी गए. इसलिए ये लोग गुस्से में महायुति के लिए वोट करेंगे. 23 नवंबर को महायुति पूरे बहुमत से जीत रही है.”
कांग्रेस के पास लाड़ली बहना योजना के पैसे नहीं
महाराष्ट्र में कांग्रेस ने ऐलान किया है कि महा विकास अघाड़ी की सरकार आई, तो लाड़ली बहना योजना के पैसे 3 हजार रुपये कर दिए जाएंगे. इससे जुड़े एक सवाल के जवाब में शिंदे कहते हैं, “उनके पास कुछ भी नहीं है. उनकी घोषणा झूठी है. कांग्रेस ने ऐसे झूठे वादे करके कई राज्यों में लोगों को फंसाया है. चुनाव जीतने के लिए ये पार्टी ऐसे ऐलान करती है, लेकिन सरकार बनाते ही जब काम करने की बारी आती है, तो ये अपने हाथ खड़े कर देती है. कह दिया जाता है कि फंड नहीं है. केंद्र सरकार फंड देगी तो काम होगा.”
महाराष्ट्र के CM एकनाथ शिंदे ने कहा, “अब उन्हें (कांग्रेस) को लगता है कि लाड़ली बहनें उनका वाट लगाएगी. उनका सूपड़ा साफ करेगी. उन्हें घर पर बिठाएगी. इसलिए उन्होंने नया ऐलान कर दिया है. लेकिन मेरी लाड़ली बहनों के खातों में तो पैसा जा ही रहा है. उनका भरोसा कौन करेगा. उन्होंने पहले भी एक बार ऐलान किया था कि बिजली माफ कर देंगे. जैसे ही चुनाव खत्म हो गया, वो चुनकर आ गए. फिर से बिजली का बिल भी आने लगा. हम लोग जीरो बिल पर बिजली दे रहे हैं.”
एकजुट होकर वोटिंग पर्सेंटेज बढ़ाओ
‘बटेंगे तो कटेंगे’ और ‘एक हैं तो सेफ हैं’ के नारों पर एकनाथ शिंदे कहते हैं, “महाराष्ट्र में तो विकास और कल्याणकारी योजनाओं का मुद्दा है. लोगों में संतोष है कि हमारी सरकार ने हर वर्ग के लिए सोचा. हर तबके लिए काम किया. हम किसी नारे का अलग मतलब क्यों निकाले. हम इसे पॉजिटिव अर्थ में भी तो ले सकते हैं. इसका अर्थ एकजुट होकर मतदान के प्रतिशत को बढ़ाना भी तो हो सकता है. लोकशाही में हमें यही करना है.”
चुनाव आयोग किसी को नहीं करती टारगेट?
उद्धव ठाकरे ने लगातार दो दिन दो बार बैग चेक किए जाने पर चुनाव आयोग पर आरोप लगाया है. इसपर प्रतिक्रिया देते हुए एकनाथ शिंदे ने कहा, “चुनाव आयोग किसी को टारगेट नहीं करती. आज मेरा भी बैग चेक हुआ. अभी मैं जहां जाता हूं, वहां चेकिंग होती है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस, डिप्टी सीएम अजित पवार का भी बैग चेक किया गया. ये चुनाव आयोग के अधिकारियों की ड्यूटी है. हमें किस बात का डर. हम लोगों ने तो वीडियो नहीं बनाया. अधिकारी अपनी ड्यूटी करते हैं और हम अपनी ड्यूटी करते हैं.”
इस बार महायुति का कैसे रहेगा स्ट्राइक रेट?
शिंदे ने कहा, “इस बार महायुति का स्ट्राइक रेट बेस्ट रहेगा. हमने अपना बेस्ट दिया है. ढाई साल तक काम किया है. हमें पूरा भरोसा है कि जनता हमें पूर्ण बहुमत से जिताएगी और हमारी सरकार बनवाएगी.”