अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव डोनाल्ड ट्रंप बनाम कमला हैरिस : 7 स्विंग स्टेट में कौन कहां मार रहा बाजी
ऐतिहासिक रूप से कहें तो, संयुक्त राज्य अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव अक्सर तीन प्रकार के राज्यों द्वारा आकार लेते हैं: रेड स्टेट्स, ब्लू स्टेट्स और स्विंग स्टेट्स. रेड स्टेट्स वे हैं जहां रिपब्लिकन ने 1980 से लगातार जीत हासिल की है, जबकि ब्लू स्टेट्स वे हैं जहां 1992 से डेमोक्रेट्स का वर्चस्व रहा है. इन राज्यों को आम तौर पर उनके चुनावी परिणामों के संदर्भ में पूर्वानुमानित माना जाता है. हालांकि, स्विंग स्टेट्स पूरी तरह से एक अलग कहानी है. यहां, रिपब्लिकन और डेमोक्रेट्स के बीच लड़ाई अक्सर बेहद करीबी होती है, जिसमें विजेता बहुत कम अंतर से विजयी होते हैं. उदाहरण के लिए, 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में, जो बिडेन ने एरिज़ोना में केवल 10,000 वोटों से जीत हासिल की. चुनाव वाले राज्यों में ये स्विंग राज्य किसी भी उम्मीदवार को बना या बिगाड़ सकते हैं.
अमेरिका में लगभग 10 राज्यों को स्विंग स्टेट्स माना गया है, लेकिन 2024 के चुनाव के लिए केवल 7 राज्यों को स्विंग स्टेट के रूप में देखा जा रहा है. इन स्विंग स्टेट्स में एरिज़ोना, जॉर्जिया, मिशिगन, नेवादा, नॉर्थ कैरोलिना, पेंसिल्वेनिया और विस्कॉन्सिन हैं.
न्यूयॉर्क टाइम्स और सीएना पोल्स के ताज़ा सर्वे अनुसार नेशनल पोलिंग एवरेज में कमला हैरिस डोनाल्ड ट्रंप से एक मतप्रतिशत से आगे चल रही हैं. हैरिस को 49 फीसदी और डोनाल्ड ट्रंप को 48 फीसदी मत प्राप्त हुए हैं.
दिलचस्प बात यह है कि उम्मीदवार अक्सर अपने अभियानों को इन स्विंग राज्यों पर केंद्रित करते हैं, इन राज्यों को जीतने के लिए बाकी राज्यों की तुलना में ज्यादा समय दे रहे है.
YouGov द्वारा 31 अक्टूबर तक लिए गए सर्वेक्षणों के अनुसार, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस विस्कॉन्सिन (4 प्रतिशत अंक), पेंसिल्वेनिया (+3), मिशिगन (+3), और नेवादा (+1) में मामूली अंतर से आगे हैं. नॉर्थ कैरोलिना (+1) और जॉर्जिया (+1) में ट्रंप बमुश्किल आगे हैं और एरिज़ोना में दोनों बराबरी पर हैं.
जॉर्जिया
जॉर्जिया में 2020 में जो बाइडेन की जीत ने 1992 के बाद पहली बार इस राज्य में डेमोक्रेटिक को जीत दिलवाई थी. राज्य की बदलती जनसांख्यिकी, विशेष रूप से इसकी बढ़ती विविधता और 10 मिलियन से अधिक की बढ़ती आबादी से कमला हैरिस को लाभ होने की उम्मीद है.कमला हैरिस ने खास तौर पर अल्पसंख्यक मतदाताओं को आकर्षित किया है.
हालांकि, 2024 के चुनाव ने एक अप्रत्याशित ट्रेंड की ओर इशारा किया है. उपराष्ट्रपति कमला हैरिस मिशिगन और विस्कॉन्सिन जैसे मुख्य रूप से गोरे लोगों वाले राज्यों में मजबूत प्रदर्शन कर रही हैं, जबकि अधिक विविध राज्य पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पक्ष में हैं. यह आश्चर्यजनक बदलाव जॉर्जिया में भी स्पष्ट रूप से दिख रहा है, जो पारंपरिक मतदान पैटर्न में बदलाव का दर्शाता है.
न्यूयॉर्क टाइम्स और सीएना पोल्स के ताज़ा सर्वे अनुसार जॉर्जिया में ट्रंप एक मत प्रतिशत से आगे हैं. यहां पर ट्रंप को 49 फीसदी और कमला हैरिस को 48 फीसदी मत प्रतिशत प्राप्त हुआ है.
नेवादा
नेवादा से केवल छह चुनावी वोट होने के बावजूद यह राज्य राष्ट्रपति चुनाव जीतने की कुंजी बन सकता है. इसकी विविध आबादी, जिसमें 40% योग्य मतदाता लातीनी, अश्वेत या एशियाई अमेरिकी प्रशांत द्वीप वासी चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. ऐसा माना जा रहा है कि इन समूहों ने डोनाल्ड ट्रंप की तुलना में कमला हैरिस के लिए अधिक मजबूत समर्थन दिखाया है.
हालांकि, जीवन यापन की बढ़ती लागत, मुद्रास्फीति और इमीग्रेशन जैसी आर्थिक चिंताएं ट्रंप के पक्ष में माहौल बदल सकती हैं.
न्यूयॉर्क टाइम्स और सीएना पोल्स के ताज़ा सर्वे अनुसार नेवादा में ट्रंप एक मत प्रतिशत से आगे हैं. यहां पर ट्रंप को 49 फीसदी और कमला हैरिस को 48 फीसदी मत प्रतिशत प्राप्त हुआ है. नेवादा में अक्तूबर में ट्रंप ने यह बढ़त बनाई है जबकि अक्तूबर के शुरुआत तक वे पीछे चल रहे थे.
मिशिगन
मिशिगन से 15 इलेक्टोरल वोटों की गिनती होती है. यह राज्य पारंपरिक रूप से डेमोक्रेटिकों का गढ़ रहा है, लेकिन डोनाल्ड ट्रंप की 2016 की जीत ने सबकुछ बदल दिया था. श्वेत श्रमिक वर्ग के मतदाताओं से उनकी अपील ने उनकी जीत सुनिश्चित कर दी थी जिससे हिलेरी क्लिंटन के अभियान को आश्चर्यजनक झटका लगा था. 2024 की बात की जाए तो मिशिगन में विविधता के चलते इस बार कमला हैरिस को बढ़त मिल सकती है.
हालांकि, जब राज्य के अरब-अमेरिकी लोगों की बात आती है तो बाइडेन प्रशासन द्वारा गाजा में युद्ध को हैंडल करने के तरीके पर वे असंतोष व्यक्त कर रहे हैं.
पेंसिल्वेनिया
पेंसिल्वेनिया, जो एक समय एक विश्वसनीय डेमोक्रेटिक गढ़ था, अब एक कड़े मुकाबले वाला चुनावी युद्धक्षेत्र बन गया है. इसमें 19 इलेक्टोरल कॉलेज वोट हैं और यह दोनों पार्टियों के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई वाला राज्य बन गया है. कहा जाता है कि राज्य का परिवर्तन इसकी आर्थिक चुनौतियों में निहित है. विशेष रूप से फिलाडेल्फिया और पिटसबर्ग जैसे “रस्ट बेल्ट” शहरों में इसके औद्योगिक उत्पादन में गिरावट एक चिंता का विषय है. इस गिरावट ने कई निवासियों को बदलाव और अवसर की तलाश की स्थिति में ला दिया है. ट्रंप और हैरिस दोनों ने बुनियादी ढांचे और विनिर्माण जैसे प्रमुख मुद्दों को संबोधित किया है और इन्हीं मुद्दों पर अपना चुनावी अभियान चलाया है.
एरिज़ोना
2020 के राष्ट्रपति चुनाव में एरिज़ोना में कांटे की टक्कर देखने को मिली थी. इसमें बाइडेन ने केवल 10,457 वोटों की से जीत हासिल की थी. अब, ट्रंप राज्य को फिर रिपब्लिकन बनाने के लिए बाइडेन-हैरिस प्रशासन की आव्रजन नीतियों (इमीग्रेशन नीति) के प्रति मतदाताओं के असंतोष पर भरोसा कर रहे हैं. चूंकि एरिजोना की सीमा मेक्सिको के साथ लगती है, इसलिए आप्रवासन (इमीग्रेशन) एक अहम मुद्दा है और ट्रंप को मौजूदा प्रशासन से निराशा का फायदा उठाने की उम्मीद है.
उत्तरी केरोलिना
उत्तरी कैरोलिना, जो कभी राष्ट्रपति चुनावों में रिपब्लिकन का एक विश्वसनीय गढ़ था, अब अपनी तेजी से बदलती जनसांख्यिकी के कारण एक स्विंग राज्य बन गया है. ऐतिहासिक रूप से, 2008 में बराक ओबामा की जीत के उल्लेखनीय अपवाद को छोड़कर, राज्य ने पिछली आधी शताब्दी में अधिकांश समय रिपब्लिकन को वोट दिया था. हालांकि, राज्य की जनसंख्या वृद्धि, विशेष रूप से रिसर्च ट्राइएंगल में, श्वेत, कॉलेज-शिक्षित मतदाता बढ़ा दिए हैं . इसके अलावा लैटिनो, एशियाई अमेरिकी और एक महत्वपूर्ण अश्वेत आबादी, जो लगभग 5 में से 1 मतदाता है.
विस्कॉन्सिन
ट्रंप मानते हैं कि विस्कॉन्सिन को जीता जा सकता है और उन्होंने राज्य के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित करने के लिए कई कदम उठाए हैं. रिपब्लिकन पार्टी ने गर्मियों में वहां अपना राष्ट्रीय सम्मेलन भी आयोजित किया था. प्रारंभ में, ट्रंप ने बाइडेन के खिलाफ बढ़त बना ली थी, लेकिन कमला हैरिस ने अंतर को कम कर दिया है. इससे राज्य में मुकाबला कांटे का हो गया है.