झारखंड चुनाव: जमशेदपुर पश्चिम-पूर्व का क्या समीकरण? सरयू राय-रघुबर दास की प्रतिष्ठा दांव पर
Jharkhand Elections 2024 : झारखंड में पहले चरण में 43 विधानसभा क्षेत्रों में तेरह तारीख़ को मतदान होगा. यहां चुनाव प्रचार अब तेज हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को दो जगह गढ़वा और चाईबासा में जनसभा को संबोधित करेंगे. जमशेदपुर पश्चिम और पूर्वी में न सिर्फ अपने उम्मीदवारों के वीआईपी सीट है, बल्कि औद्योगिक शहर होने के कारण भी इस पर सभी की नजरें हैं.
एक जमाने में झारखंड में बीजेपी के वरिष्ठ नेता रहे सरयू राय इस बार सहयोगी दल जनता दल यूनाइटेड के टिकट पर अपने पुराने जमशेदपुर पश्चिम सीट से मैदान में हैं.
पिछले चुनाव में निर्दलीय खड़ा होकर सरयू राय जमशेदपुर पूर्वी सीट से उस समय मुख्यमंत्री रघुवर दास को हराया था. अब राय मानते हैं कि वो सब पुरानी बात हो गई, लेकिन अभी भी उनके पोस्टर और बैनर से झारखंड बीजेपी के नेता नदारद हैं.
वहीं राय के सामने सीट बचाने की चुनौती कांग्रेस के मंत्री बन्ना गुप्ता पर हैं, जो पूर्व में एक बार कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में सरयू राय को हरा चुके हैं और दो बार उनके सामने हार का भी मुंह देखना पड़ा है. इस बार बन्ना को इस विधानसभा के समीकरण के अलावा अपने काम का सहारा है.
वहीं बग़ल के जमेशदपुर पूर्वी विधानसभा में बीजेपी ने अब राज्यपाल और पांच बार इस क्षेत्र से विधायक रहे रघुबर दास की बहू पूर्णिमा दास को प्रत्याशी बनाया है, जिनका मुक़ाबला एक समय में इस शहर में पुलिस अधीक्षक रहे और एक बार के सांसद डॉक्टर अजय कुमार से है. दोनों के प्रचार का अपना-अपना तरीक़ा है.हालांकि इन दोनों क्षेत्रों में कुछ बाग़ी उम्मीदवार के कारण हर प्रत्याशी को वोटर को एकजुट रखने में काफ़ी मेहनत करनी पड़ रही है और वोटर का जहां तक रुझान हैं तो वो लगभग साफ़ साफ़ है.