प्लांट बेस्ड या एनिमल बेस्ड प्रोटीन कौन सा है ज्यादा बेहतर, एक्सपर्ट ने बताया क्या है ज्यादा हेल्दी
अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रोटीन जरूरी है. जिमिंग करने वाले और एथलीट प्रोटीन की जरूरत को बखूबी समझते हैं और वो अपने प्रोटीन की आवश्यकता को पूरा करने के लिए अधिकतर व्हे प्रोटीन का सहारा लेते हैं. न्यूट्रिशनिस्ट और वेलनेस एक्सपर्ट रिद्धि खन्ना ने बताया कि प्रोटीन शरीर के लिए बहुत अहम है.एक्सपर्ट खन्ना बाजार में उपलब्ध दो प्रकार के प्रोटीन पाउडर की बात करती हैं. पहला व्हे प्रोटीन, जबकि दूसरा प्लांट प्रोटीन. व्हे प्रोटीन से करीब सभी लोग परिचित होंगे, जबकि प्लांट प्रोटीन कई लोगों के लिए नई चीज हो सकती है. दरअसल, प्लांट प्रोटीन अपने नाम से स्पष्ट है. प्लांट प्रोटीन वनस्पतियों से प्राप्त होने वाले प्रोटीन को कहते हैं. इसलिए इसको वनस्पति प्रोटीन भी कहते हैं.
प्लांट प्रोटीन को पौधों से प्राप्त किया जाता है. इसमें सभी प्रकार की दालें, टोफू, सोया, टेम्पेह, नट्स, मटर, बीज और कुछ अन्य अनाज शामिल हैं. कई लोग प्लांट प्रोटीन को एनिमल प्रोटीन से बेहतर मानते हैं. यही वजह है कि एनिमल सोर्स के बजाय प्लांट सोर्स को तवज्जो दे रहे हैं. प्लांट या वनस्पति प्रोटीन में भी एनिमल बेस्ड प्रोटीन की तरह आवश्यक मात्रा में अमीनो एसिड पाया जाता है.
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एक्सपर्ट प्रोटीन के फायदे की बात भी करती हैं. कहती हैं, अगर प्लांट प्रोटीन के फायदे की बात करें तो इसके रोजाना सेवन से कई सारे फायदे हैं. ये शरीर मेटाबॉलिज्म को रेगुलेट करने में मदद करता है और छरहरा रखने में मदद करता है. इसके अलावा मांसपेशियों की ताकत बढ़ाने और स्टेमिना को बढ़ाने में कारगर है.
गुणों की खान है प्लांट प्रोटीन! बीमार हों तो शरीर की रिकवरी और थकान को दूर करता है और पाचन क्रिया को भी ठीक रखता है. प्लांट प्रोटीन में भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जो शरीर के पाचन तंत्र को मजबूत करता है. इसको मल्टीविटामिन का बढ़िया स्त्रोत भी माना जाता है. एक्सपर्ट का मानना है कि रोजाना इसके सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बेहतर होती है, जिससे आप जल्द बीमार नहीं पड़ेंगे.