कैसे मलयाली एक्टर ने धोखे से बुलाया घर, फिर किया रेप, जानिए जूनियर आर्टिस्ट की आपबीती
मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में एक जूनियर आर्टिस्ट ने अवार्ड विनिंग एक्टर और डायरेक्टर बाबूराज पर बलात्कार का आरोप लगाया है. मॉलीवुड में बड़ी हस्तियों के खिलाफ लगातार लग रहे यौन शोषण के आरोप से विवाद खड़ा हो गया है. पिछले सप्ताह आयी न्यायमूर्ति हेमा कमिटी की रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. 2019 में केरल सरकार को ये रिपोर्ट सौंपी गई थी, लेकिन इसे अब सार्वजनिक किया गया है.
युवती ने एनडीटीवी से कहा कि उसे फिल्म में रोल देने को लेकर अन्य निर्देशकों के साथ चर्चा के बहाने केरल के एर्नाकुलम जिले के अलुवा में बाबूराज के घर पर बुलाया गया. उसने कहा कि 58 वर्षीय बाबूराज ने उसके साथ मौखिक रूप से दुर्व्यवहार किया और यौन उत्पीड़न किया.
युवती ने बताया, “उन्होंने मुझे अपने घर पर बुलाया. ये कहकर कि पटकथा लेखक और निर्देशक मेरी भूमिका पर चर्चा करने आ रहे हैं. मैंने उन पर विश्वास किया और चली गई. वहां उन्होंने मुझे आराम करने के लिए एक कमरा दिखाया और कुछ समय बाद मुझे रात के खाने के लिए बुलाने आए. मैंने दरवाज़ा खोला तो वो अंदर घुस गए, फिर से दरवाज़ा बंद कर दिया और मेरे साथ बलात्कार किया.”
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, एसोसिएशन ऑफ मलयालम मूवी एक्टर्स (एएमएमए) के संयुक्त सचिव बाबूराज ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया है और कहा है कि आरोप लगाने वाले के खिलाफ वो कानूनी कार्रवाई की मांग करेंगे.
उन्होंने ये भी दावा किया कि ये आरोप उन्हें अभिनेता सिद्दीकी की जगह लेने से रोकने का एक प्रयास है, जो यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे हैं और जिन्होंने रविवार को महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया था.
युवती ने कहा कि उसने तुरंत शिकायत दर्ज नहीं की, लेकिन एक साल बाद, एर्नाकुलम में पुलिस से संपर्क किया, जहां एक वरिष्ठ पुलिसकर्मी ने उसे एफआईआर दर्ज कराने की सलाह दी.
उन्होंने एनडीटीवी से कहा, “एक डीआइजी-रैंक (उप महानिरीक्षक) की पुलिस अधिकारी ने मुझे फोन किया. वो एसआईटी से थीं. मैंने उनसे कहा कि जब मैं विदेश से लौटूंगी तो एफआईआर दर्ज कराऊंगी. मैं न्याय की उम्मीद कर रही हूं. क्योंकि मुझे लगता है कि एसआईटी ईमानदारी से कार्रवाई करेगी.”
युवती ने एनडीटीवी को बताया कि वो केरल की बड़ी फिल्म हस्तियों से यौन उत्पीड़न और दुर्व्यवहार का सामना करने वाली अकेली नहीं है. उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों से इस और अन्य फिल्म उद्योगों में महिलाओं के लिए एक सुरक्षित स्थान सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया.
उन्होंने कहा, “सरकार को यौन शोषण और उत्पीड़न के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए. इस तरह की घटनाएं रोजाना बढ़ रही हैं और जिन महिलाओं को इस उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है, उन्हें समर्थन की जरूरत है.”
उन्होंने “महिलाओं को सशक्त बनाने” का दावा करने वाली एएमएमए संस्था से भी अपने दावों को पूरा करने और मॉलीवुड में महिलाओं के लिए एक सुरक्षित स्थान बनाने का आह्वान किया.
युवती यौन उत्पीड़न की शिकायत करने वाली एकमात्र शख्स नहीं है. एक अन्य अभिनेत्री मीनू मुनीर ने भी प्रमुख अभिनेताओं एम मुकेश और जयसूर्या के साथ-साथ दो अन्य लोगों पर 2013 में एक फिल्म के सेट पर शारीरिक और मौखिक रूप से दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है.
उन्होंने एनडीटीवी को बताया, “शूटिंग के दौरान मुझे एक कड़वा अनुभव हुआ. मैं टॉयलेट गई और जब बाहर आई तो जयसूर्या ने मुझे पीछे से जकड़ लिया और मेरी सहमति के बिना मुझे चूमा. मैं चौंक गई और बाहर भाग गई.”
मुनीर द्वारा आरोपियों में से एक, मनियानपिला राजू ने आरोपों की जांच की मांग की है और दावा किया है कि आरोपों के पीछे कई निहित स्वार्थ हैं.
एक अन्य घटना में, उसी अभिनेत्री ने कहा कि उसने सदस्यता आवेदन के लिए एएमएमए सचिव इदावेला बाबू से संपर्क किया था. उन्होंने उसे अपने फ्लैट पर बुलाया, जहां उसका शारीरिक शोषण किया.
इधर केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कड़ी जांच के तहत सभी यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए सात सदस्यीय एसआईटी की घोषणा की है. वहीं विपक्षी भाजपा और कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट ने राज्य सरकार पर राजनीतिक हमले तेज कर दिए हैं.