2 महीने का इंतजार… दोनों ओर से चली गोलियां…और ऑटो लिफ्टर गैंग के 4 बदमाश गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की क्राइम ब्रांच ने एक कुख्यात ऑटो लिफ्टर गैंग (Auto Lifter Gang) के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. क्राइम ब्रांच को आज तड़के ऑटो लिफ्टर गैंग के बदमाशों को दिल्ली के महरौली इलाके से गिरफ्तार करने में सफलता मिली है. क्राइम ब्रांच ने महरौली इलाके में जाबर महल के पास 4 ऑटोलिफ्टरों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों को पकड़ने के दौरान दोनों ओर से गोलियां चलीं. इस ऑपरेशन के लिए क्राइम ब्रांच की टीम करीब दो महीने से जुटी हुई थी.
दिल्ली पुलिस की काइम ब्रांच के मुताबिक, इस गैंग का सरगना फरमान है और यह गैंग कई दिनों से दिल्ली में एक्टिव था. यह लोग दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में इस तरह की गाड़ियों को निशाना बनाते थे, जिनके टूल्स इनके पास मौजूद होते थे, जैसे क्रेटा, सेल्टोस, ब्रीजा.
दो महीने की जांच के दौरान समझा पैटर्न
इस ऑपरेशन को क्राइम ब्रांच ने महीनों की कड़ी मेहनत के बाद अंजाम दिया है. क्राइम ब्रांच की टीम ने पिछले 2 महीने की जांच और पैटर्न समझने के बाद ऑपरेशन किया.
क्राइम ब्रांच को फरमान की लोकेशन का पता लगा था. साथ ही सूचना मिली थी कि वह इस इलाके में गाड़ी चुराने के लिए आने वाला है, जिसके बाद एक ट्रेप लगाया गया.
आरोपी फरमान ने पुलिस पर चलाई गोली
इंस्पेक्टर कमल ने आरोपियों की गाड़ी को देखा और उसे रुकने के लिए कहा. उसी वक्त फरमान ने पुलिस की टीम पर फायर कर दिया.
इसके बाद पुलिस ने आरोपियों की गाड़ी के टायर पर फायर किया. आरोपियों ने इसके बाद फिर से फायर करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने सभी आरोपियों को पकड़ लिया.
फरमान के खिलाफ 58 मामले दर्ज हैं. उसके खिलाफ गाड़ी चुराने के अलावा हत्या और रेप जैसे संगीन मामले दर्ज है.
पिस्टल और कारतूस सहित मॉडर्न टूल्स मिले
पुलिस ने आरोपियों के पास से एक पिस्टल और कारतूस की बरामदगी की है. उनके पास से फर्जी नंबर प्लेट की सेल्टोस गाड़ी भी बरामद हुई है, जिसका चेसिस नंबर बदला हुआ था. साथ ही गाड़ी चुराने के मॉडर्न टूल्स भी मिले हैं. ईसीएम, बीसीएम, रिकार्डिंग मशीन जैसे टूल्स से आरोपी गाड़ी चुराते थे.
फरमान इस गैंग का मास्टरमाइंड है, जो अपने गैंग में बेहद प्रोफेशनल लोगों को रखता है. शाहजादा बहुत अच्छा ड्राइवर है तो मोसिन को लॉक खोलने में महारत हासिल है.
मेरठ और संभल में अन्य आरोपियों की तलाश
आरोपी सबसे ज्यादा सेलटोस, क्रेटा, ब्रीजा जैसी गाड़ियों पर ज्यादा हाथ साफ करते थे. आरोपी गाड़ी चुराने के बाद ही उसे मेरठ ले जाते थे, जहां गाड़ी को डिस्पोज ऑफ कर दिया जाता था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मेरठ के कार चोर बाजार को लेकर चिंता जताई थी, जिसके बाद पुलिस ने एक्शन भी लिया था. क्राइम ब्रांच मेरठ में इस गैंग के अन्य आरोपियो की तलाश कर रही है और संभल में भी इस गैंग के लोगों की तलाश की जा रही है.