बेगूसराय : हत्या के आरोपी के घर में घुसकर पूरे परिवार को पीटा, सीसीटीवी फुटेज आया सामने
बिहार (Bihar) के बेगूसराय में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दिन दो दर्जन लोगों ने हत्या के एक आरोपी के घर में घुसकर परिवार के साथ जमकर मारपीट की. इस घटना का सीसीटीवी फुटेज अब सामने आया है. यह घटना नीमचादपुरा थाना क्षेत्र के कुसमहोत पंचायत में 14 अक्टूबर देर शाम की बताई जा रही है. इस घटना में कुसमहोत पंचायत के अरैया रामानंद नगर निवासी कपिल देव राय, दीपक राय, अमन कुमार और सिमरन कुमारी घायल हो गई.
सीसीटीवी में नजर आता है कि कुछ लोग बरामदे में एक शख्स की पिटाई शुरू कर देते हैं. इस दौरान परिवार के अन्य लोग उसे बचाने के लिए आते हैं तो उनकी भी जमकर पिटाई की जाती है. हालांकि कुछ और लोगों के बचाव में आने और मुकाबला करने के बाद बदमाश भाग जाते हैं.
दो दर्जन लोगों पर मारपीट का आरोप
कपिलदेव राय ने बताया कि वह घर में अपने परिवार के साथ बैठे थे. उसी वक्त मूर्ति विसर्जन के जुलूस में शामिल दो दर्जन लोग उनके घर में घुस आए और लाठी डंडों से सभी की पिटाई करने लगे. उन्होंने बताया कि हम लोगों ने किसी तरह से अपनी जान बचाई.
पीड़ित का कहना है कि सात महीना पहले पड़ोसी गांव में एक युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी, जिसे लेकर मुझ पर झूठा आरोप लगाकर फंसाया गया था. उन्होंने कहा कि छह महीने तक जेल में रहने के बाद 12 दिन पहले ही जमानत पर घर आए हैं. मृतक के परिजनों और उनके सहयोगियों ने घर में घुसकर मारपीट की, जिसमें चार लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं.
घटना की सूचना मिलने के बाद नीमा चांदपुरा थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और उसने घायलों को इलाज के लिए बेगूसराय के सदर अस्पताल में भर्ती कराया. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
हम इस घटना में शामिल नहीं थे : आरोपी
घायल कपिलदेव राय ने नीमाचांद पुरा थाने में जर्मन राय सहित कई लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है. वहीं इस मामले में आरोपी बनाए गए जर्मन राय का आरोप है कि सीसीटीवी कपिल देव राय के घर में लगा हुआ है और उसमें मेरे परिवार के किसी भी सदस्य का फुटेज नहीं है. हम इस घटना में शामिल नहीं थे. हमें झूठा फंसाया जा रहा है.
वहीं इस मामले में डीएसपी रमेश प्रसाद सिंह ने बताया की पीडि़त कोर्ट से जमानत मिलने के बाद घर पहुंचा था. मृतक के परिजनों ने दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दिन घर में घुसकर मारपीट करने का आरोप लगाया है. इस मामले में प्राथमिक दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है.