कहां कितने बजे जलेगा रावण, दिल्ली, कोटा, नोएडा, जम्मू-कश्मीर में की गई खास तैयारी
इस साल विजयादशमी का त्योहार 12 अक्टूबर को मनाया जाएगा. इस मौके पर देशभर में कई जगहों पर रावण के पुतलों का दहन किया जाता है. साथ ही विजयादशमी पर अलग-अलग जगहों पर रामलीला का आयोजन भी किया जाता है. हिंदू मान्यताओं के अनुसार, इसी दिन भगवान श्रीराम ने लंकापति रावण का वध किया था. हिंदू धर्म में दशहरा का त्योहार बुराई पर अच्छाई और अंधकार पर प्रकाश की जीत का प्रतीक माना जाता है. यही वजह है कि हर साल बुराई पर अच्छाई की जीत के तौर पर रावण का पुतला जलाया जाता है.
कितने बजे होगा रावण दहन
दशहरा के दिन रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले जलाए जाते हैं. देशभर में आज धूमधाम से दशहरा मनाया जाएगा. दशहरा के मद्देनजर सुरक्षा के इंतजाम पुख्त किए गए हैं. रावण दहन का मुहूर्त आज शाम 5 बजकर 52 मिनट पर शुरू हो जाएगा, जो कि शाम 7 बजकर 26 मिनट तक रहेगा. देश के विभिन्न राज्यों में जगह-जगह पर रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले लगाए गए हैं.
दिल्ली में जलेगा 211 फुट ऊंचा रावण का पुतला
दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के द्वारका में 211 फुट ऊंचा रावण का पुतला बनाया गया है. इस बनाने में 40 कारीगरों को चार महीने का समय लगा है. हरियाणा के बरारा गांव के कारीगरों ने इसे बनाया है और इस बनाने में 30 लाख रुपये की लागत आई है. रामलीला समिति के अध्यक्ष राजेश गहलोत के अनुसार, “यह रावण का अब तक का सबसे ऊंचा पुतला है, जिसकी ऊंचाई 211 फुट है. इसे मखमली कपड़े से सजाया गया है और लोहे से बनाया गया हैय इसे 40 कारीगरों की टीम ने चार महीने में बनाया है.” समिति ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को हर साल की तरह इस भव्य आयोजन में शामिल होने का निमंत्रण भेजा है. समिति 14 साल से रावण दहन का आयोजन करती आ रही है.
वहीं, लव कुश रामलीला में 120 फुट का रावण का पुतला बनाया गया है. समिति के अध्यक्ष अर्जुन कुमार ने कहा कि 120 फुट का रावण का पुतला बनाने में करीब दो महीने लगे. कुमार ने बताया कि रावण, कुंभकर्ण (रावण का छोटा भाई, 110 फुट) और मेघनाद (रावण का सबसे बड़ा पुत्र, 100 फुट) के पुतलों का निर्माण उत्तर प्रदेश और दिल्ली-एनसीआर के 18 कारीगरों द्वारा किया गया है.
जम्मू-कश्मीर में खासा तैयारी
जम्मू-कश्मीर में सबसे बड़ा दशहरा उत्सव जम्मू के परेड ग्राउंड में आयोजित किया जाएगा. श्री सनातन धर्म सभा की ओर से रावण दहन के लिए रावण, कुम्भकर्ण और मेघनाद के पुतले बनवाए गए हैं. 40 कारीगर की कड़ी मेहनत और समर्पण ने हिंदू-मुस्लिम भाईचारे की मिसाल पेश की है.
अलीगढ़ में मुस्लिम कारीगर ने तैयार किया पुतला
दशहरा के मद्देनजर उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में रावण का पुतला तैयार है. यहां कई पीढ़ियों से रावण का पुतला बनाया जा रहा है. इस पुतले को बनाने के लिए बुलंदशहर से मुस्लिम कारीगर आए थे. इसे कुल साढ़े छह लाख रुपये की लागत से बनाया गया है. यहां रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले तैयार किया गया. रावण का पुतला बनाने में 15 कारीगरों की टीम कई दिनों से लगी हुई थी. नोएडा में भी कई मैदानों में रावण के पुतले लगाए गए हैं. आज शाम 5 बजकर 52 मिनट के बाद इनका जलाया जाएगा.
कोटा में 3डी प्रभाव का रावण
विजयादशमी के अवसर पर कोटा में 131वें राष्ट्रीय दशहरा मेले के दौरान शनिवार शाम को 3डी प्रभाव के साथ 80 फुट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया गया है. दशहरा मैदान पर रावण के साथ-साथ कुंभकरण और मेघनाद के 60 फुट ऊंचे पुतलों का भी दहन किया जाएगा. इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष व स्थानीय सांसद ओम बिरला और कोटा के पूर्व राजपरिवार के सदस्य भी मौजूद रहेंगे.
राष्ट्रीय दशहरा मेला समिति के अध्यक्ष विवेक राजवंशी ने कहा कि प्रदूषण मुक्त दशहरा मनाने के लिए इस बार पुतलों में पर्यावरण अनुकूल पटाखों का उपयोग किया जा रहा है. शुभ मुहूर्त के अनुसार शाम 7:01 से 7:31 बजे के बीच रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतलों का दहन किया जाएगा.” राजवंशी ने बताया कि रावण के हाथ में अमृत कलश भी घूमेगा, जिससे 3डी प्रभाव पैदा होगा जबकि दांत और नाभि में लगी मोटरों से आकर्षण और बढ़ जाएगा.