पुणे में गूगल बिल्डिंग के सामने बाइक सवार को ऑडी ने मारी टक्कर, मौके पर ही मौत
महाराष्ट्र के पुणे में एक और हिंट एंड रन का मामला सामने आया है. जहां गूगल बिल्डिंग के सामने दो बाइक सवार लोगों को लग्जरी कार ऑडी ने टक्कर मार दी. इस हादसे में रउफ अकबर शेख नाम के युवक की मौत हो गई. हादसे के बाद चालक भाग गया. ऐसा माना जा रहा है कि गाड़ी का ड्राइवर शराब के नशे में था. ये घटना रात 1 बजे पुणे के कोरेगांव पार्क इलाके में गूगल बिल्डिंग के सामने हुई.
पुणे पोर्शे केस ने भी बटोरी खूब सुर्खियां
इससे पहले पुणे पोर्शे हिट एंड रन केस ने भी काफी सुर्खियां बटोरी थी. पुणे में 19 मई को एक हादसे में दो आईटी प्रोफेशनल्स की मौत हो गई थी. 17 साल के नाबालिग ने अपनी तेज रफ्तार लग्जरी पोर्शे कार से दो युवाओं को टक्कर मार दी थी, इस हादसे में दोनों मध्य प्रदेश के रहने वाले लड़के-लड़की की मौत हो गई थी. यह टक्कर इतनी जोरदार थी कि बाइक पर सवार युवक और युवती कई फीट ऊपर उछल गए. जांच में पचा चला कि लड़का पार्टी करके दोस्तों संग लौट रहा था. उसने शराब पी रखी थी.
पुणे पोर्शे केस ने खोली सिस्टम की पोल
इस मामले में खुलासा हुआ था कि नशे में होने की वजह से आरोपी लड़के का सैंपल नहीं लिया गया. उसे बचाने केलिए 3 लोगों का ब्लड सैंपल लेने की कोशिश की गई थी. पहले पिता का सैंपल लेने की कोशिश, फिर भाई का और फिर मां का सैंपल लेने की कोशिश की गई. जांच में सामने आया है कि पिता, भाई और मां, सभी ने शराब पी रखी थी, जिसके बाद मां का सैंपल लिया जा सका. पुणे की जुबेनाइल जस्टिस कोर्ट में 120 पन्नों की चार्जशीट आई है, जिसमें कहा गया है कि 17 साल के नाबालिग ने अपनी ब्लड रिपोर्ट बदलने के लिए अस्पताल के डॉक्टर को रिश्वत दी.
पुलिस की तरफ से कहा गया है कि लड़के को जुबेनाइल न माना जाए. इसे लेकर गुरुवार को एक एप्लिकेशन दायर की गई थी. पुणे न्यूज के एक कार्यक्रम में यहां के पुलिस कमिश्नर ने पोर्शे मामले को लेकर बड़े खुलासे किए. उन्होंने कहा कि 19 मई को हादसे वाले दिन लोकल पुलिस ने अपने आला-अधिकारियों को इस हादसे के बारे में कुछ भी नहीं बताया था. दूसरे दिन 12 बजे तक सीनियर अधिकारियों को इस बारे में कुछ भी पुख्ता जानकारी नहीं थी.