जायदाद के लिए बेटे-बहू ने इतना प्रताड़ित किया कि दीवार पर सुसाइड नोट चिपका बुजुर्ग दंपत्ति ने कर ली आत्महत्या
राजस्थान के नागौर जिले में बृहस्पतिवार को बुजुर्ग पति और पत्नी के शव पानी के टैंक से बरामद किये गये. पुलिस ने यह जानकारी दी. कोतवाली थानाधिकारी मनीष देव ने बताया कि करणी कॉलोनी में रहने वाले हजारी राम विश्नोई (65) और उनकी पत्नी चावली देवी (62) का शव बृहस्पतिवार को पानी के टैंक में पाया गया. उन्होंने बताया कि पानी के टैंक के पास में एक सुसाइड नोट चिपका हुआ पाया गया, जिसमें बेटों और रिश्तेदारों पर आरोप लगाया गया. अधिकारी ने बताया कि शवों को टैंक से निकाल कर पोस्टमार्टम के लिये अस्पताल पहुंचाया गया.
उन्होंने बताया कि चिकित्सकों ने मृतक हजारीराम का पोस्टमार्टम कर दिया जबकि उनकी पत्नी का पोस्टमार्टम शुक्रवार सुबह किया जायेगा.
देव ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह मामला आत्महत्या का प्रतीत होता है. उन्होंने बताया कि वास्तविक कारणों का खुलासा मामले की जांच और पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद हो सकेगा.वउन्होंने बताया कि पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
तीन बार तो बेटे राजेंद्र ने हमें पीटा. दो बार सुनील ने पीटा. कहते हैं चुप बैठे रहो. आप दोनों को रात में मार देंगे. दोनों भाई और उनकी पत्नियां हमें मार डालेंगे. बख्शेंगे नहीं… सुसाइड नोट में ये बातें 70 वर्षीय हजारीराम बिश्नोई ने लिखी है. हजारीराम ने 68 वर्षीया पत्नी चावली देवी के साथ घर में बने पानी के टांके में कूदकर खुदकुशी कर ली. दिल दहलाने वाला यह मामला राजस्थान के नागौर जिले का है. जहां करणी कॉलोनी निवासी हजारीराम और उनकी पत्नी चावली की लाश गुरुवार को पुलिस ने टांके से बरामद की.
जायदाद के लिए बेटे-बहू कर रहे थे प्रताड़ित
पुलिस ने इनके घर से दीवार पर चिपकी एक सुसाइड नोट भी बरामद की. जिसमें हजारीराम और चावली देवी ने अपने बेटों-बहुओं पर मारपीट के आरोप लगाए हैं. आरोप है कि 3 प्लॉट के लिए बेटे-बहू और रिश्तेदार टॉर्चर कर रहे थे. इन्होंने कई रिश्तेदारों पर भी परेशान करने का जिक्र किया है.
बुर्जुग के सुसाइड नोट में क्या लिखा है
सुसाइड नोट में हजारीराम ने लिखा है- हजारीराम को परेशान करने वाले आदमियों के नाम -बेटा राजेंद्र और बहू रोशनी, बेटा सुनील बहू अनिता और पोता प्रणव, बेटियां मंजू और सुनीता. इसके अलावा जशकरण पुत्र खेराजराम, ईशराम पुत्र मलूराम, उसकी पत्नी साऊ, सुखराम निवासी मकराना.