लेबनानी आतंकी संगठन हिजबुल्लाह ने शनिवार को अपने नेता हसन नसरल्लाह की मौत की पुष्टि कर दी है. इससे पहले इजरायली डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने दावा किया था कि उन्होंने हिजबुल्लाह चीफ को मार गिराया है. हिजबुल्लाह चीफ की मौत पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की भी प्रतिक्रिया आई है और उन्होंने इसे कई पीड़ितों के लिए न्याय बताया है. साथ ही कहा कि वाशिंगट ईरान समर्थित समूहों के खिलाफ इजरायल के आत्मरक्षा के अधिकार का पूर्ण समर्थन करता था.
व्हाइट हाउस द्वारा जारी बयान में, बाइडेन ने कहा कि उन्होंने रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन को मध्य पूर्व में अमेरिकी सैन्य बलों की रक्षा स्थिति को और बढ़ाने का निर्देश दिया है. ताकि आक्रामकता को रोका जा सके और व्यापक युद्ध के जोखिम को कम किया जा सके
अमेरिकी विदेश विभाग ने बेरूत में अपने राजनयिकों के परिवार के सदस्यों को वहां से चले जाने का आदेश दिया है.
अमेरिका को हमले की भनक नहीं थी
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा था कि उन्हें बेरूत पर इजरायल की ओर से किए गए हमले की भनक तक नहीं थी. उन्होंने कहा था कि वह बेरूत में इजरायल के हवाई हमलों पर टिप्पणी करने से पहले अधिक जानकारी का इंतजार कर रहे हैं. साथ ही दोहराया था कि अमेरिका इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) के ऑपरेशन में शामिल नहीं था.
आईडीएफ के मुताबिक शुक्रवार देर रात बेरूत के दक्षिणी उपनगरीय इलाके दहिह में हिजबुल्लाह हेडक्वार्टर पर किए गए हमले में नसरल्लाह मारा गया.
ईरान ने जताई दुख
ईरान के सरकारी न्यूज नेटवर्क प्रेस टीवी ने शनिवार को एक्स पर लिखा, ‘हिजबुल्लाह ने शुक्रवार को बेरूत पर इजरायली हमले में अपने नेता सैयद हसन नसरल्लाह की मौत की पुष्टि की.’ हालांकि इससे पहले ईरान की तरफ से यह दावा किया गया था कि नसरल्लाह को एक सुरक्षित जगह पर ले जाया गया है. बता दें हिजबुल्लाह की स्थापना में ईरान का अहम रोल था. तेहरान हमेशा हिजबुल्लाह के साथ खड़ा रहा है.