दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी और उनकी कैबिनेट के पांच मंत्री आज लेंगे शपथ, प्रमुख 10 बातें
- आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी शनिवार को पांच मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी. आतिशी (Atishi) और उनकी कैबिनेट के मंत्री शाम को साढ़े चार बजे शपथ ग्रहण करेंगे. दिल्ली सरकार का मुख्यमंत्री पद अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के इस्तीफा देने से खाली हो गया है.
- आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने 17 सितंबर को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. दिल्ली की रद्द हो चुकी शराब नीति घोटाला मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद केजरीवाल ने त्याग पत्र दिया था. केजरीवाल ने कहा था कि वह अब तब तक मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे, जब तक दिल्ली की जनता उन्हें ईमानदारी का प्रमाणपत्र नहीं देती.
- राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को शनिवार को नया मुख्यमंत्री (Delhi New CM) मिल जाएगा. नई मुख्यमंत्री के रूप में आतिशी शपथ ग्रहण करेंगी. उनके साथ पांच कैबिनेट मंत्री भी शपथ ग्रहण करेंगे. शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन राजनिवास में किया जाएगा.
अरविंद केजरीवाल के इस्तीफा देने के बाद दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी ने मुख्यमंत्री पद के लिए आतिशी पर विश्वास जताया. राष्ट्रपति ने अरविंद केजरीवाल का मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. उन्होंने आतिशी को उनके शपथ ग्रहण की तारीख से दिल्ली का मुख्यमंत्री नियुक्त किया है. राष्ट्रपति ने पांच मंत्रियों की नियुक्ति को भी मंजूरी दे दी है. - वर्तमान में आतिशी दिल्ली सरकार में वित्त, शिक्षा एवं पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) समेत कई विभागों की जिम्मेदारी संभाल रही हैं. केजरीवाल और सिसोदिया के जेल जाने के बाद आतिशी को केजरीवाल की तरफ से 14 विभागों की जिम्मेदारी दी गई थी. आतिशी दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज से में पढ़ाई की है. वे सन 2015 से 2018 तक दिल्ली के तत्कालीन डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की सलाहकार के रूप में काम करती रही थीं.
- दिल्ली की नई मुख्यमंत्री बनने जा रहीं आतिशी की कैबिनेट में पांच मंत्री भी शामिल होंगे. इनमें सौरभ भारद्वाज, कैलाश गहलोत, गोपाल राय, इमरान हुसैन और मुकेश अहलावत के नाम शामिल हैं. राय, गहलोत, भारद्वाज और हुसैन निवर्तमान केजरीवाल सरकार में मंत्री हैं. सुल्तानपुर माजरा से पहली बार विधायक बने मुकेश अहलावत पहली बार मंत्री बनेंगे.
- आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमत्री होंगी. इससे पहले बीजेपी की सुषमा स्वराज ने दिल्ली की मुख्यमंत्री का जिम्मा संभाला था. हालांकि वे सिर्फ 52 दिनों तक ही मुख्यमंत्री रही थीं. उनके बाद मुख्यमंत्री बनीं कांग्रेस की शीला दीक्षित ने 15 साल तक दिल्ली की सत्ता संभाली थी.
- आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग से समय पूर्व चुनाव कराने की मांग की है. यदि आयोग यह मांग स्वीकार कर लेता है तो आतिशी नवंबर 2024 तक, यानी करीब दो महीने तक सीएम के पद पर बनी रहेंगी. यदि चुनाव आयोग निर्धारित 23 फरवरी 2025 को मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल पूर्ण होने तक चुनाव नहीं कराने का फैसला लेता है तो आतिशी का कार्यकाल पांच माह का हो सकता है.
- अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद आयोजित विधायक दल की बैठक में आतिशी का नाम अगले मुख्यमंत्री के लिए प्रस्तावित किया गया था. इस प्रस्ताव को सर्वसहमति से स्वीकार कर लिया गया. शपथ ग्रहण के बाद दिल्ली सरकार ने 26 और 27 सितंबर को दो दिन का विधानसभा सत्र बुलाया है.
- आतिशी ने शुक्रवार को कहा कि, ‘हम जो उत्तर प्रदेश में देख रहे हैं, अगर आप केजरीवाल को नहीं चुनते हैं तो हमें दिल्ली में भी यही देखना पड़ सकता है. यह महत्वपूर्ण है क्योंकि केवल वही सप्ताह के सातों दिन चौबीस घंटे मुफ्त बिजली दे सकते हैं. मैं अगले चार महीनों के दौरान दिल्ली के लोगों की रक्षा करूंगी क्योंकि भाजपा राष्ट्रीय राजधानी में बिजली की दरें बढ़ाने की कोशिश कर सकती है.’
- आतिशी दिल्ली की मुख्यमंत्री बनने पर खुश नहीं हैं. उन्होंने मीडिया से कहा था कि वे सीएम केजरीवाल के इस्तीफा देने से बेहद दुखी और उदास हैं. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि दिल्ली का एक ही मुख्यमंत्री है और उस मुख्यमंत्री का नाम अरविंद केजरीवाल है.