लॉरेंस से डर लग रहा है, 10 करोड़ मांगे हैं… ग्रेटर कैलाश में मारे गए नादिर के दुबई में छिपे दोस्त ने खोले कई राज
ग्रेटर कैलाश में जिम मालिक नादिर शाह हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ है. दिल्ली में अवैध कॉल सेंटर चलाने वाले कुणाल छाबड़ा ने इस मामले को लेकर इंटरव्यू दिया है. कुणाल छाबड़ा दुबई में रह रहा है. नादिर शाह हत्याकांड में कुणाल का नाम सामने आया है.नादिर कुणाल का दोस्त था. नादिर ने बताया कि उससे लारेंस विश्नोई 5 से 10 करोड़ की फिरौती मांग रहा है. वो बहुत डरा हुआ है, इसलिए दुबई भाग गया. नादिर ने उसे लॉरेंस के बारे में बताया था, वह लॉरेंस से सेटलमेंट कराने की बात कर रहा था. बता दें कि पिछले दिनों दिल्ली के पॉर्श इलाके ग्रेटर कैलाश में नादिर की उसी के जिम के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इसी मामले को लेकर कुणाल छाबड़ा से एनडीटीवी की बातचीत.
सवाल – आप दुबई क्यों गए?
कुणाल – सर, दुबई मैं तीन साल से आना-जाना करता रहता हूं,अभी तो मैं सिक्योरिटी की वजह से चला गया था. कुछ थ्रेट और बिजनेस सेटअप करने की वजह से दुबई चला गया था.
सवाल – आपको कौन और क्यों धमकी दे रहा है?
कुणाल – सर लॉरेंस की तरफ से कॉल आया और खुद लारेंस ने मुझे वीडियो कॉल किया. उसके बाद इसके लोग मुझे फोन करते रहे और मुझसे ढाई करोड़, 5 करोड़ और 10 करोड़ तक की रकम मांगी गई. उसके बाद मुझे गोल्डी बराड़ का भी कॉल आया कि पैसे दे और बोला गया तेरे पापा क्या काम करते हैं,कहां रहते हैं. हमें सारी खबर है,मेरा भाई कहां आता-जाता है,तुम कहां उठते-बैठते हो, हमें सब पता है. उसने मुझे बताई भी सारी चीजें, मेरे पास रिकॉर्डिंग है. पुलिस के साथ शेयर की हुई हैं. जब मैंने इनके खिलाफ एफआईआर कराई थी तो मुझे ये बोला गया था कि ये सब सीक्रेट है. ये सब बातें सीक्रेट रखी जाएंगी और आपको सिक्योरिटी दी जाएगी, लेकिन ऐसा एक साल तक हुआ. उसके बाद मेरी सिक्योरिटी भी ले ली गई. इसके बाद बोला गया कि शिकायतकर्ता को ही सिक्योरिटी दी जाएगी. मेरी फैमिली का किसी ने देखा ही नहीं, इसलिए मैं दुबई चला गया सर. मैं ट्राई कर रहा हूं कि मेरी फैमिली को भी शिफ्ट कर दूं, क्योंकि वहां जान की कीमत तो रही नहीं ,नादिर के बाद तो वैसे ही बहुत डर लग गया. किसी की जान की 5 सेकेंड की कीमत रह गई है.
सवाल – ये बताइए कि क्या अभी भी आपको धमकी मिल रही है ?
कुणाल – सर लास्ट कॉल मुझे 5 महीने पहले आया था तो उसने मुझसे ये बोला कि अब मुझे न 5 करोड़ चाहिए और न 10 करोड़ अब तेरी जान चाहिए. अपनी अर्थी तैयार कर ले, इस तरह की बातें मुझसे कर रहे थे.
सवाल – अच्छा ये जो नादिर का मर्डर हुआ है दिल्ली के जीके-1 इलाके में, क्या नादिर को आप जानते हैं और क्या वह आपका बिजनेस पार्टनर था?
कुणाल – नहीं सर, नादिर से मैं दिल्ली के क्लब में मिला था. पार्टीज में भी एक-दो बार मिला था,वहीं मेरी बातचीत हुई. उसने अपना परिचय दुबई के एक बिजनेसमैन के तौर पर दिया. उसने बताया मेरा होटल का काम है. ये सब चीजें उसने बताई और कहा कि आपकी ट्रैवल कंपनी और मेरा होटल है, मैं शेयर बेच रहा हूं आप इंटरस्टेड हों तो आप ले लें. उससे मेरी बात जरूर हुई थी, होटल के लेनदेन को लेकर लेकिन कुछ बात बनी नहीं, मतलब ऐसा कुछ लेकिन हुआ नहीं.
सवाल – दुबई में उसके कितने और कौन-से होटल हैं?
कुणाल – सर एक होटल है वो भी लीज पर है,मुझे पता चला है कि वो भी खरीदा हुआ नहीं था. वो भी लीज पर था, इसलिए वो डील मैंने उससे नहीं की.
सवाल – कौन- सा होटल था दुबई में?
जवाब – ब्रिस्टल था
सवाल – और भी कोई होटल है या उसके अलावा कोई जानकारी
कुणाल – नहीं सर कोई जानकारी नहीं, इसी के बारे में उन्होंने मुझे बताया था.
सवाल – नादिर को आपने बताया था कि लॉरेंस आपको धमकी दे रहा है? क्या नादिर ने आपको मना किया था कि लॉरेंस को पैसे मत दो?
कुणाल – नहीं सर कभी भी नहीं. उसकी मेरी लॉरेंस को लेकर बात नहीं हुई. उसने मुझसे कोशिश की थी एक बार बात करने कि आपको ऐसे-ऐसे कॉल आया,बोला मैं ट्राई करूं आपका सेटलमेंट कराने का. मैंने कहा नहीं कोई सेटलमेंट नहीं कराना है, मैंने केस दर्ज कराया हुआ है इसलिए मुझे इन सब चीजों में पड़ना ही नहीं है.
सवाल – तो आपको क्या लगता है नादिर क्यों मारा गया होगा?
कुणाल – मैं नादिर को 4-5 महीने से ही जानता हूं. मुझे कोई आइडिया नहीं है, कैसे हुआ. मेरी उसके साथ एक-दो बार बातचीत हुई थी. उससे ज्यादा मेरा कुछ लेना-देना नहीं था.
सवाल -आप हाशिम बाबा को जानते हैं?
कुणाल – नहीं, ये तो थ्रेट कॉल आने के बाद मैंने गूगल और यूट्यूब पर वीडियो देखी ये कौन-कौन लोग हैं.तब मुझे पता चला. वहां जो गाड़ी वगैरह मिली थी, उसकी न्यूज से पता चला. मेरा किसी चीज से कोई कनेक्शन नहीं है.
सवाल – आप देश के बाहर हैं, आपकी फैमिली कहां है… क्या वो सुरक्षित है?
कुणाल – सर फैमिली दिल्ली में है और बहुत डरी हुई है.मेरी फोटो देखने के बाद सारी चीजें खुल गई हैं. मुझसे कहा गया था कि सीक्रेट रखा जाएगा, फैमिली को प्रोटेक्शन दिया जाएगा,लेकिन अब 4 महीने से न मेरे पास कोई प्रोटेक्शन है और मुझ पर प्रेशर बनाने के लिए वो सारी चीजें की गई हैं. सिक्योरिटी हटा दी गई है.
सवाल – क्या प्रेशर है आप पर
कुणाल – प्रेशर कुछ एफआईआर हैं, जो मेरे खिलाफ की गई हैं, जिनमें मैं बेलआउट हूं. उसके बाद मैं आया हूं, ऐसा भी नहीं है कि मैं नेपाल के रास्ते आया हूं. मैं वापस भी आना चाहता हूं.मैंने तीन नोटिस भी सर्व किए हैं. मैं जांच को ज्वाइन करना चाहता हूं. ये भी बताना चाहता हूं कि जो चीज साबित नहीं हुई उसमें मैं कसूरवार कैसे हो गया. रही बात कॉल सेंटर्स की तो मेरा इससे कोई लेना देना नहीं है.मैं आज से 5 साल पहले वर्किंग स्पेस का काम जरूरत करता था.
सवाल – अभी क्या करते हो
कुणाल – अभी मैं हॉस्पिटैलिटी और इवेंट मैनेजमेंट का काम देखता हूं..पब्लिक रिलेशन का.
सवाल – आप इंडिया कब आएंगे
कुणाल – इंडिया जैसे ही मेरी एलओसी की रिक्वेस्ट हो जाएगी. मैंने कोर्ट में डाली हुई है जैसे ही मेरी एलओसी की रिक्वेस्ट स्वीकार हो जाएगी मैं इंडिया आऊंगा.