हरियाणा की बादली सीट का BSP-INLD का साझा उम्मीदवार हुआ लापता, चर्चाओं का बाजार गर्म
हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Elections) में एक उम्मीदवार के लापता होने की चर्चा है. झज्जर जिले की बादली विधानसभा सीट से बसपा और इनेलो गठबंधन के साझा प्रत्याशी महेंद्र सिंह के दो दिन से लापता होने की चर्चा गर्म है. बसपा पदाधिकारियों ने काफी खोजबीन की, लेकिन इसके बावजूद भी गांव पेलपा निवासी महेंद्र सिंह का कोई पता नहीं चल सका है. महेंद्र सिंह के लापता होना चर्चा का विषय बना हुआ है. एक ओर बसपा-इनेलो कार्यकर्ता पुलिस को लिखित शिकायत देकर उन्हें ढूंढने की बात कह रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ डीसीपी शुभम सिंह का कहना है कि पुलिस को अभी तक इस मामले में किसी तरह की लिखित शिकायत नहीं मिली है.
बसपा के पदाधिकारियों ने बताया कि जिला अध्यक्ष सत्यप्रकाश दोचनियां, प्रदेश महासचिव प्रवीण फतेहपुरी और उनकी टीम जब बसपा प्रत्याशी महेंद्र के घर पहुंचे तो महेंद्र की पत्नी शिक्षा देवी ने कहा कि उनके पति अपने रिश्तेदारी में पैसे लेने की बात कह कर गया था, लेकिन दो दिन बीतने के बाद भी नहीं लौटा है. उन्होंने बताया कि परिजन काफी परेशान हैं और वह इस गुमशुदगी को लेकर एसडीएम बादली से भी मिले हैं.
बीएसपी पदाधिकारियों ने महेंद्र का पर्चा रद्द नहीं करने की मांग की है. वहीं एसडीएम ने उन्हें आश्वासन दिया कि बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी महेंद्र का पर्चा रद्द नहीं होगा, जब तक प्रत्याशी स्वयं पर्चा रद्द न करवाए, तब तक पर्चा रद्द नहीं माना जाता है. बहुजन समाज पार्टी के जिला अध्यक्ष सत्य प्रकाश दौचानिया और प्रदेश के महासचिव प्रवीण फतेहपुरी ने बताया कि वे पुलिस में भी कंप्लेंट दर्ज करवाएंगे.
डीसीपी शुभम सिंह का कहना है कि उन्हें इस बारे में सोशल मीडिया के माध्यम से सूचना मिली थी. पुलिस की एक टीम महेंद्र के घर भी भेजी गई थी, लेकिन अभी तक किसी ने भी पुलिस को लिखित शिकायत नहीं दी है. उनका कहना है कि इस मामले में अगर पुलिस के पास कोई शिकायत आएगी तो इस संबंध में कार्रवाई जरूर की जाएगी. उन्होंने लोगों से सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की बात कही है.
एक ओर जहां पार्टी पदाधिकारी महेंद्र सिंह को ढूंढने के लिए एसडीएम से मुलाकात कर रहे हैं तो वहीं पुलिस मामले को वेरिफाई करवाने में जुटी हुई है. नामांकन पत्र वापसी के आखिरी दिन महेंद्र सिंह के लापता होने की चर्चा से राजनीतिक गलियारों में भी कई तरह की अफवाहों का दौर जारी है.