Exclusive: ममता कुलकर्णी ने इंदिरा गांधी से क्यों की प्रधानमंत्री मोदी की तुलना?
90 के दशक में बॉलीवुड पर राज करने वाली ममता कुलकर्णी ने अंडरवर्ल्ड से रिश्तों के आरोपों के बाद भारत छोड़ दिया था. अब 25 साल बाद ममता वापस मुंबई लौटी हैं. किस कदर बॉलीवुड पर अंडरवर्ल्ड का प्रभाव था और वह खुद किस तरह से अंडरवर्ल्ड के चंगुल में फंसी, इसके बारे में NDTV से खास बातचीत में ममता ने कई खुलासे किए हैं. साथ ही उन्होंने पीएम मोदी को लेकर भी अपनी राय व्यक्त की.
ममता कुलकर्णी ने कहा, “एक मकसद के लिए मेरा जन्म हुआ था. मेरा जन्म बॉलीवुड के लिए नहीं हुआ था. मेरी मां बचपन में लता मंगेशकर की बहुत बड़ी फैन थीं. 1950 में मेरी मां को रामानंद सागर के रामायण में सीता का रोल ऑफर हुआ था. लंबे बाल और मां का सीता जैसा रूप देखकर उन्हें रोल दिया जा रहा था. लेकिन मेरे पिता इसके लिए तैयार नहीं हुए. उन्होंने मां को अनुमति नहीं दी. उस समय लोगों को ऐसा लगता था कि बॉलीवुड में केवल वे लोग जाते हैं जो अच्छे घरों से नहीं होते.”
ममता ने आगे बताया, “1997 में मेरी सात फिल्में रिलीज हुई थीं और सभी फिल्में हिट भी हुईं. उस दौरान मैंने कई वर्ल्ड टूर किए. जब आप करियर की ऊंचाइयों पर होते हैं और अचानक आध्यात्मिक जीवन की ओर बढ़ते हैं, तो भगवान आपको लोगों के बीच नहीं मिलते. गौतम बुद्ध को भी सब कुछ छोड़कर वन में जाना पड़ा था और कई सालों तक एकांत में रहना पड़ा.”
उन्होंने आगे कहा, “मैंने बॉलीवुड छोड़ दिया. लोग बोलते हैं कि ड्रग्स केस में मेरा नाम आया, लेकिन ये सब झूठ है. पैसे के लिए लोग ऐसा करते हैं. मेरे पास उस समय 10 फिल्मों के ऑफर थे, 3 घर थे, और 2 गाड़ियां थीं. मैंने बॉलीवुड को त्याग दिया. फिर मैं ड्रग्स केस में क्यों फंसती? मेरे पास ऐसा कोई कारण नहीं था.”
विक्की गोस्वामी के सवाल पर ममता ने बताया कि 1996 में मैं विक्की गोस्वामी से मिली. दुबई में विक्की गोस्वामी के पास पूरा बॉलीवुड आता था. लेकिन मैं अपने काम से मतलब रखती थी. लोग मुझसे मिलने के लिए बहुत कोशिश करते थे. एक दिन मुझे फोन आया कि विक्की मुझसे बात करना चाहते हैं. उनसे बात करके मुझे अच्छा लगा. बॉलीवुड ने मुझ पर गलत आरोप लगाए. छोटा राजन से जाकर पूछो कि क्या वह ममता कुलकर्णी को जानता है. मैंने कभी उसे फोन नहीं किया. बॉलीवुड में कुछ भी संभव है. लेकिन मैं पैसे के लिए बॉलीवुड में नहीं आई थी.
अंडरवर्ल्ड और बॉलीवुड पर क्या बोलीं ममता?
ममता ने बताया, “उस समय अंडरवर्ल्ड का असर था. लेकिन मैं कभी इससे प्रभावित नहीं हुई. मैं फिल्म की शूटिंग करके सीधा घर आ जाती थी. जब मैं शूटिंग जाती थी, तो मेरी तीन बैग्स मेरे साथ होती थीं—एक मेकअप बैग, एक कपड़ों का बैग, और एक पूजा का बैग. जिस भी होटल में रुकती थी, वहां का एक हिस्सा मैं पूजा के लिए रखती थी.”
उन्होंने कहा, “मेरी पहली फिल्म ‘आशिक आवारा’ थी, मैं पूजा करती थी और फिर शूटिंग के लिए जाती थी. एक बार उमेश मेहरा ने मुझे देखा और मेरे लुक की तारीफ की. मैं शूटिंग की सफलता के लिए तिलक लगाती थी. मेरा अंडरवर्ल्ड से कोई कनेक्शन नहीं था. छोटा राजन को मैं नहीं जानती.”
विक्की गोस्वामी के साथ रिश्ते पर ममता ने कहा
“विक्की गोस्वामी मेरा पति नहीं है. उन्होंने मुझे बुलाया था. वह जेल में थे, और उन्हें बाहर निकालने की मैंने बहुत कोशिश की. उनके परिवार वाले नहीं चाहते थे कि वह बाहर निकलें. बाद में वह बाहर आए. लेकिन मुझे उनके ड्रग्स कारोबार के बारे में कुछ पता नहीं है.”
प्रधानमंत्री मोदी पर ममता कुलकर्णी की राय
ममता ने कहा, “अब मैं सन्यासी हूं. मुझे अब न तो बॉलीवुड और न ही किसी और चीज से मतलब है. मैं गाना सुनती हूं. पीएम मोदी महादेव के भक्त हैं. मेरे लिए महादेव मेरे पिता समान हैं. मैंने मोदी जी में एक चीज देखी है—उन्हें देश से बहुत प्यार है. इंदिरा गांधी ने एक बार कहा था, ‘मेरा रक्त देश के लिए है. पीएम मोदी और इंदिरा गांधी में देश के प्रति जो भावना है, वह एक जैसी है.”