महाराष्ट्र चुनाव : छगन भुजबल बचा पाएंगे अपना गढ़? येवला सीट के थोड़ी देर में आएंगे परिणाम
Maharashtra Election Result : महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Election) में इस बार शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी दो हिस्सों में बंट चुकी है. ऐसे में इन चुनावों का परिणाम कई नेताओं और सीटों के लिहाज से बेहद अहम होगा. ऐसी ही एक सीट है येवला. जहां से एनसीपी नेता छगन भुजबल (Chhagan Bhujbal) उम्मीदवार हैं. भुजबल फिलहाल येवला सीट से ही विधायक हैं और आज यह पता चल जाएगा कि वो इस सीट से एक बार फिर विधायक रहेंगे या नहीं.
महाराष्ट्र का स्कोर कार्ड
पार्टी | कौन आगे |
MVA | 85 |
NDA | 138 |
6 | 11 |
छगन भुजबल के खिलाफ एनसीपी शरदचंद्र पवार ने माणिकराव माधवराव शिंदे को चुनाव मैदान में उतारा है. येवला विधानसभा सीट पर कुल 13 उम्मीदवार हैं, जो विधायक बनने के लिए अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
उम्मीदवार का नाम | पार्टी | मतों का अंतर |
छगन भुजबल | एनसीपी | |
माणिकराव माधवराव शिंदे | एनसीपी शरदचंद्र पवार | |
शिवलाल पोपटराव धनवटे | निर्दलीय | |
जालिंदर दादा खैरनार | निर्दलीय | |
शुभम श्याम नाकोड | निर्दलीय | |
नरसिंह रामदास दारेकर | निर्दलीय | |
अमोल लहानु अहेर | आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) | |
दीपक चंद्रकांत पाटोदकर | निर्भय महाराष्ट्र पार्टी | |
अमोल सुरेश गायकवाड़ | निर्दलीय | |
प्रीतम प्रकाश शहारे | निर्दलीय | |
जितेंद्र भास्कर गायकवाड़ | निर्दलीय | |
भागवतराव सोनवणे पाटिल | निर्दलीय | |
विलास रमेश देहाड़े | निर्दलीय |
येवला से छगन भुजबल की राह इस बार आसान नहीं रही है. शरद पवार ने इन चुनावों में येवला में उनके खिलाफ इस बार अपनी पूरी ताकत झोंक दी.
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री हैं भुजबल
छगन भुजबल महाराष्ट्र सरकार में मंत्री हैं और करीब पांच साल तक महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री भी रह चुके हैं. उन्होंने 1973 में शिवसेना से नगरसेवक का चुनाव लड़ा और जीता था. भुजबल 1973 से 1984 तक मुंबई नगर निगम में विपक्ष के नेता रहे और 1985 में मेयर बने. 1991 में कांग्रेस में और फिर 1999 में शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी में शामिल हो गए.