बीजेपी के आह्वान पर आज बंगाल में बंद, TMC सरकार ने आंदोलन को विफल करने के लिए कमर कसी
- बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पश्चिम बंगाल में पुलिस द्वारा इंसाफ की मांग कर रहे डॉक्टरों, युवाओं और महिलाओं के साथ किए गए हिंसक व्यवहार की निंदा करते हुए आरोप लगाया है कि ममता बनर्जी ने राज्य में निर्ममता और तानाशाही की सारी हदें पार कर दी हैं. नड्डा ने कहा कि बीजेपी ने बुधवार को सुबह 6 बजे से 12 घंटे के लिए बंगाल बंद का आह्वान किया है और उन्हें विश्वास है कि बंगाल की जनता बीजेपी के साथ खड़ी होकर, ममता बनर्जी के घमंड को चूर–चूर करेगी.
- सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया कि हड़ताल के आह्वान ने महिला चिकित्सक से कथित बलात्कार और उसकी हत्या को लेकर लोगों की पीड़ा का फायदा उठाकर राज्य में अशांति फैलाने की बीजेपी की साजिश को उजागर कर दिया है. ममता बनर्जी के मुख्य सलाहकार अलपन बंदोपाध्याय ने कहा, ‘‘सरकार बुधवार को किसी बंद की अनुमति नहीं देगी. हम लोगों से अपील करते हैं कि इसमें भाग नहीं लें. सामान्य जनजीवन अप्रभावित रहे, इसके लिए सरकार सभी कदम उठाएगी.”
- बंदोपाध्याय ने कहा कि परिवहन सेवाएं यथावत संचालित होंगी और दुकानों, बाजारों तथा अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठानों से खुले रहने को कहा गया है. तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कुणाल घोष ने कहा, ‘‘हम शुरू से ही कह रहे हैं कि छात्र संगठन ‘छात्र समाज’ द्वारा प्रायोजित ‘नबान्न अभियान’ को भाजपा का समर्थन प्राप्त है.”
- पुलिस ने मंगलवार को राज्य सचिवालय की ओर बढ़ रही भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया था तथा आंसू गैस के गोले छोड़े व पानी की बौछार का इस्तेमाल किया था. प्रदर्शनकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ कथित बलात्कार और उसकी हत्या के मद्देनजर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग कर रहे थे.
- बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, ‘‘हमें सुबह से लेकर शाम तक की आम हड़ताल का आह्वान करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है, क्योंकि यह निरंकुश शासन लोगों की आवाज को अनसुना कर रहा है, जो मृत डॉक्टर बहन के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं. न्याय के बजाय, ममता बनर्जी की पुलिस राज्य के शांतिप्रिय लोगों के साथ बर्बर व्यवहार कर रही है.”
- बीजेपी के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारी ने मंगलवार को कहा, ‘‘पुलिस ने नबान्न की तरफ शांतिपूर्ण मार्च करने वाले छात्रों पर बर्बर कार्रवाई की. अगर ममता बनर्जी की पुलिस शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक प्रदर्शनकारियों के साथ इस तरह का व्यवहार करती है, तो हम (बीजेपी) कल पूरे राज्य को ठप कर देंगे.”
- आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर के विरोध में हजारों प्रदर्शनकारी हावड़ा की सड़कों पर उतर आए हैं. पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए लोगों ने नबन्ना मार्च में हिस्सा लिया. हावड़ा जिले के मंदिरतला में नबन्ना का राज्य सचिवालय स्थित है, जहां से पश्चिम बंगाल सरकार चलती है. यहां मुख्यमंत्री सहित अन्य मंत्रियों के कार्यालय मौजूद हैं.
- विरोध प्रदर्शन के दौरान पूरे हावड़ा शहर का माहौल तनावग्रस्त हो गया. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को नबन्ना जाने से रोकने के लिए बैरिकेड लगा दिए थे, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड तोड़ दिए. इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया.
- प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तिरंगा लेकर नारेबाजी की और सुरक्षा घेरे को तोड़ने की कोशिश की जिससे हावड़ा ब्रिज पर अव्यवस्था का माहौल बन गया. इस दौरान, कई पुलिसकर्मी प्रदर्शनकारियों की तरफ से फेंके गए पत्थर की चपेट में आकर घायल भी हो गए. रैपिड एक्शन फोर्स के एक जवान को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा.
- जेपी नड्डा ने मंगलवार को कहा,”आज पश्चिम बंगाल की सड़कों पर ममता बनर्जी सरकार और उनकी बर्बर पुलिस द्वारा इंसाफ की मांग कर रहे डॉक्टरों, बंगाल के युवाओं और महिलाओं पर जो हिंसा और दमनकारी चक्र का जो तांडव देखा है, वह निंदनीय तो है ही, साथ ही मानवता को भी शर्मसार करने वाला है. बंगाल में एक बेटी के साथ निर्ममता की सारी हदें पार कर दी जाती हैं, मगर ममता बनर्जी चुप हैं, स्त्री की अस्मिता को तार-तार कर दिया जाता है, मगर ममता बनर्जी चुप हैं, बेटी के मां- बाप को भटकाया जाता है, मगर ममता बनर्जी चुप हैं.”